मृत शिक्षकों के परिजनों को मुआवजा न देना पड़े इसलिए झूठ बोल रही है योगी सरकार -अखिलेश यादव

शिक्षक संगठनों की तरफ से 1621 शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अन्य विभागीय कर्मियों की लिस्ट जारी
लखनऊ/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान केवल तीन शिक्षकों की मौत होने के उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री के बयान पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की निष्ठुर भाजपा सरकार मुआवज़ा देने से बचने के लिए अब ये झूठ बोल रही है।

यादव ने बुधवार को ट्वीट किया, ''उप्र की निष्ठुर भाजपा सरकार मुआवज़ा देने से बचने के लिए अब ये झूठ बोल रही है कि चुनावी ड्यूटी में केवल तीन शिक्षकों की मौत हुई है जबकि शिक्षक संघ का दिया आँकड़ा 1,000 से अधिक है। भाजपा सरकार ‘महा झूठ का विश्व रिकॉर्ड’ बना रही है। परिवारवालों का दुख ये हृदयहीन भाजपाई क्या जानें।''

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने राज्य में हाल में हुए पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले 1,621 शिक्षकों, शिक्षामित्रों तथा अन्य विभागीय कर्मियों की मृत्यु का दावा करते हुए सभी के परिजन को एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे और आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने इस दावे को गलत ठहराते हुए मंगलवार को कहा था कि स्थापित मानकों के हिसाब से देखें तो चुनाव ड्यूटी के दौरान सिर्फ तीन शिक्षकों की मौत हुई है।

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने 16 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में पंचायत चुनाव ड्यूटी करने वाले 1,621 शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षा मित्रों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है।

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