बिहार : सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा में अंतिम संस्कार के लिए शव को कचरे के ठेले से ले जाया गया

(फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)


पटना/बिहार/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद उसकी लाश को कचरा ढोने वाले ठेले पर लादकर शमशान घाट ले जाते हुए देखा गया। 

बताया जा रहा है कि शहर के वार्ड संख्या 8 के वार्ड पार्षद सुशील कुमार उर्फ मिट्ठू ने अंत्योष्टि के 16 हजार 500 रुपये पचा लिए। जिसके कारण शव को कचरा ढोने वाले ठेले पर लादकर शमशान घाट ले जाया गया। वहीं, इस घटना को लेकर जलालपुर सेवा समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर नालंदा के डीएम को पत्र भेजकर मामले की जांच कराने की मांग की है। साथ ही नाजायज वसूली गई राशि और सरकारी सहायता को मृतक की पत्नी और मां को देने की मांग की है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जलालपुर मोहल्ले के मनोज कुमार की मौत कोरोना से हो गई थी। उसके बाद मोहल्ले वासियों ने वार्ड पार्षद को बुलाया वार्ड पार्षद ने बताया कि नगर निगम ने कमेटी का गठन किया है। उसमें निर्णय लिया है कि किसी की भी मौत होती है तो उसे उठाने के लिए 22 हजार नगर निगम लेगा, जब लोगों ने अनुरोध किया तब जाकर वार्ड पार्षद सुशील कुमार उर्फ मिठू ने 16 हजार 500 शव उठाने के एवज में ले लिया और कूडा-कचरा उठाने वाले नगर निगम के ठेले पर दो सफाई कर्मियों के साथ शव को शमशान भेज दिया। 

वहीं, इस दायित्व को निगम बखूबी निभा रहा है। उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार ने एलान किया है कि अगर किसी व्यक्ति की मौत कोरोना से होती है तो सरकार उसकी अंत्योष्टि के लिए पैसे देगी। बिहार सरकार की ओर से ही उसके अंतिम संस्कार का पूरा खर्च उठाया जायेगा। सरकार ने नीतीश कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया था। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले से सामने आई रोंगटे खडी कर देने वाली इस तस्वीर से सरकार के कामकाज की पोल खुल गई है। 

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