फाइल फोटो |
नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया, 'एक तो महामारी उस पर प्रधान अहंकारी'। राहुल यहीं नहीं रुके।
उन्होंने फिर ट्वीट के ज़रिये एक फोटो का ज़िक्र कर मोदी पर हमला बोलते हुए लिखा, 'मुझे शवों के फोटो साझा करना अच्छा नहीं लगता। देश- दुनिया फोटो देख कर दुखी है, लेकिन जिन्होंने मज़बूरी में मृत प्रिय जनों को गंगा किनारे छोड़ दिया उनका दर्द भी समझना होगा- गलती उनकी नहीं , इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं सिर्फ केंद्र सरकार की है।'
पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम भी मोदी सरकार पर दिन भर ट्वीट के ज़रिये हमला करते रहे। उन्होंने लिखा, 'दिल्ली में टीकों की कमी के कारण 18 - 44 आयु वर्ग के टीकाकरण को स्थगित करने के बाद तेलंगाना से बुरी खबर आयी है , राज्य के 33 ज़िलों में से 29 ज़िलों में टीका नहीं लगाया जा सका क्योंकि टीका ही नहीं था।'
कांग्रेस के साथ विपक्ष के दूसरे नेता भी हमलावर
बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने भी ब्लैक फंगस को लेकर कहा कि केंद्र को पूरी गंभीरता के साथ ठोस उपाय करने ज़रूरी हैं क्योंकि कोरोना को लेकर देश में अभी भी तैयारी आधी अधूरी है।
माकापा के सीताराम येचुरी ने कुछ आंकड़े सार्वजानिक कए जिसके अनुसार देश में अगस्त से दिसंबर तक कोविशील्ड के 75 करोड़ , कोवाक्सिन के 55 करोड़ , कैडिला के 5 करोड़ , बायो-ई के 30 करोड़ , नोवावैक्स के 20 करोड़, बी बी नेसल के 10 करोड़, जेनोवा के 6 करोड़ , स्पूतनिक के 15.6 करोड़ टीके उपलब्ध होंगे जो मात्र 216 करोड़ होते हैं। येचुरी ने हालांकि सवाल उठाते हुए कहा कि ये सप्लाई कहां हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्री प्रचार के ज़रिये देश में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर झूठ बोल रहे है। उन्होंने साथ ही लिखा है कि सभी स्रोतों से वैक्सीन मंगाई जानी चाहिए और घरेलू उत्पादन को भी मजबूत करने की जरूरत है।
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