ऑक्सीजन की कमी से 22 मरीजों की मौत, आगरा का पारस अस्पताल सीज


सीएम ने पूरे मामले की जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।  

आगरा/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। आगरा के पारस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 22 मरीजों की मौत होने की खबर है, अस्पताल को सीजकर कर दिया गया है। अस्पताल में  96 कोविड मरीज भर्ती थे । मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करने का आदेश दिया है। इस मामले में एफआईआर की भी संभावना है। इस मामले में आगरा प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। आगरा के डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं। 

वायरल वीडियो के आधार पर कहा गया है कि 26 अप्रैल को ऑक्सीजन की मॉक ड्रिल के दौरान 22 मरीजों की मौत हो गई थी। कथित घटना जब राज्य चिकित्सा ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना कर रहा था। वीडियो 28 अप्रैल को बनाया गया था।

अस्पताल में 96 कोविड रोगियों की ऑक्सीजन की आपूर्ति कथित तौर पर पांच मिनट के लिए बंद कर दी गई थी। प्रशासन ने संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा कायम होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम 9 की बैठक कर इस घटना पर संज्ञान लिया है। सीएम ने पूरे मामले की जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन ने अस्पताल में 26-27 अप्रैल को 22 कोविड से संबंधित मौतों से इनकार करते हुए, एडीएम (शहर) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को वीडियो की जांच करने और मामले को देखने का आदेश दिया है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगरा के एक निजी अस्पताल में कुछ हफ्ते पहले ऑक्सीजन की मॉक ड्रिल के दौरान एक साथ 22 मरीजों की मौत होने संबंधी खबर को लेकर मंगलवर को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस खतरनाक अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। 

कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा शासन में ऑक्सीजन व मानवता दोनों की भारी कमी है। इस ख़तरनाक अपराध के ज़िम्मेदार सभी लोगों के ख़िलाफ़ तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए। दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।’’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस खबर के संदर्भ में ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि मैंने ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी। मुख्यमंत्री कहते हैं कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं और कमी की अफवाह फैलाने वालों की संपत्ति जब्त होगी।

मंत्री कहते हैं कि मरीजों को जरूरत भर ऑक्सीजन दें, ज्यादा न दें। जबकि आगरा अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म थी। 22 मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके मॉकड्रिल की गई।’’ उन्होंने सवाल किया कि आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? 

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