20 दिन देरी से शुरू हुई प्रसव पीड़ा, डॉक्टरों का दावा- राज्य का सबसे वजनी नवजात शिशु
सिलचर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। असम में एक महिला ने 5.2 किलोग्राम वजनी बच्चे को जन्म दिया है। महिला को करीब 20 दिनों की देरी के बाद प्रसव पीड़ा हुई थी। डॉक्टरों का दावा है कि जन्म के समय वजन के हिसाब से यह बच्चा राज्य का सबसे वजनी नवजात शिशु है।
सिलचर के कनकपुर पार्ट-2 की रहने वाली 27 साल की जया दास को 17 जून को सतींद्र मोहन देव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर्स ने महिला को 29 मई को ही अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा था। हालांकि वह निर्धारित तिथि के कुछ दिनों बाद अस्पताल पहुंची।
20 दिन बाद शुरू हुई प्रसव पीड़ा
अस्पताल के डॉ. हनीफ मोहम्मद अफसर आलम ने बताया कि महिला को करीब 20 दिनों की देरी के बाद 17 जून को प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया। महिला को आपातकालीन हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया। उसका पहला बच्चा सिजेरियन था।
बच्चा और मां दोनों स्वस्थ
अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला की सिजेरियन डिलीवरी की। महिला ने 5.2 किलो के बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों ने कहा कि डिलीवरी में देरी जरूर हुई थी, लेकिन इस बात का अंदाजा नहीं था कि बच्चे का वजन इतना ज्यादा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अब बच्चा और मां दोनों स्वस्थ हैं।
असम में जन्म लेने वाला सबसे वजनी नवजात शिशु
डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें राज्य में इससे ज्यादा वजनी बच्चे के बारे में जानकारी नहीं है। डॉ. आलम ने दावा किया कि असम में जन्म लेने वाला यह सबसे वजनी नवजात शिशु है। महिला का यह दूसरा बच्चा है। जया दास और बादल दास के पहले बच्चे का वजन जन्म के समय 3.8 किलो था। डॉक्टरों के मुताबिक सामान्य तौर पर नवजात शिशु का वजन ढाई से तीन किलो के बीच होता है।
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