बालाघाट : 75 परिवारों को बांटी गई राशन किट



कट्टीपार व सीतापाला पहुंची प्रबुद्ध तथागत फांउन्डेशन की टीम

बालाघाट/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। जिले के छत्तीसगढ, महाराष्ट्र  सीमा से सटकर बसे दुर्गम पहुंच विहिन और नक्सल प्रभावित आदिवासी बाहुल्य कट्टीपार एवं सीतापाला गांव में रविावार को प्रबुद्ध तथागत फांउन्डेशन की टीम पहुंची। जहां दोनों गांव में शिविर के माध्यम से निवासरत् 75 जरूरतमंद परिवारों को सचिव महेंद्र मेश्राम, सहयोगी रफी अंसारी पत्रकार, यमलेश बंजारी, राहुल टेंभरे और ज्ञानचंद कालबेले के द्वारा परिक्षेत्र सहायक दिलीप डोंगरे की उपस्थिति में आटा, चावल, दाल, आलू, प्याज, नमक, मिर्च, हल्दी, मसाला, तेल, साबुन आदि सामग्री से बनी राशन किट का वितरण किया। सर्वप्रथम उपस्थिति आदिवासी ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण बचाव को दृष्टिगत रखते हुए मॉस्क का भी वितरण किया गया, उसके बाद उन्हे राशन किट बांटी गई।
           जिला मुख्यालय से तकरीबन 100 किमी दूर विकासखंड लांजी के अंधियाटोला ग्राम पंचायत के अंतर्गत ग्राम कट्टीपार तक पहुंचने के लिये घने जंगल के बीच से होकर जाना पड़ता है। पिछले कई दिनों से वहां के ग्रामीणों का फाउन्डेशन के पदाधिकारियों को राशन किट बांटने को लेकर संदेश प्राप्त हो रहा था, जिसके बाद फाउन्डेशन के सरंक्षक आईएएस अधिकारी मुकेश मेश्राम के दिशा निर्देशन में पदाधिकारियों के द्वारा राशन किट का वितरण किया गया। ग्राम कट्टीपार में वितरण के बाद वहां से 10 किमी दूर फांउन्डेशन की टीम ग्राम पंचायत रिसेवाड़ा   के अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य गांव सीतापाला भी पहुंची, जहां उपस्थित 46 गरीब आदिवासी परिवारों को मॉस्क और राशन किट का वितरण किया गया। इस अवसर पर वनरक्षक बादल जामुलकर, कन्हैयालाल गायकवाड, ग्रामीणों में रघुवीर रेंदूलाल मर्सकोले, अंतराम टेकाम सहित अनेक लोगों का सहयोग प्राप्त हुआ। उल्लेखनीय है कि कोरोना काल के इस दूसरी लहर के दौरान फाउन्डेशन के द्वारा करीब एक दर्जन से अधिक आदिवासी और बैगा बाहुल्य गांव में पहुचंकर उनकी जरूरत की सामग्री का वितरण किया जा चुका है। फाउन्डेशन के सचिव महेंद्र मेश्राम के अनुसार भविष्य में भी राशन वितरण करने का यह सिलसिला जारी रहेगा। 

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