नरसिंहपुर : सभी दुकानें खोलने के लिए सहमति, समय तय किया जाये



जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की वर्चुअल बैठक आयोजित 
रिपोर्टर अमित दीक्षित 
नरसिंहपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से जिला आपदा प्रबंधन समिति की वर्चुअल बैठक बैठक में राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी, विधायक एनपी प्रजापति एवं जालम सिंह पटैल, अभिलाष मिश्रा, श्रीमती वंदना पटैल, कलेक्टर वेद प्रकाश, पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव ऑनलाइन शामिल हुए।

कलेक्टर वेद प्रकाश ने अवगत कराया कि जिले में 15 जून तक राज्य शासन की पूर्व निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार बाजार की 50 प्रतिशत दुकानों को खोलने की अनुमति है। इसके बाद नवीन गाइड लाइन आने पर उसके अनुरूप निर्णय लिया जायेगा। इस संबंध में जिला आपदा प्रबंधन समिति में इस बात पर सहमति दी कि जिले में बाजार में सभी दुकानें खोली जायें। दुकानें खोलने के लिए समय निर्धारित कर दिया जाये। कोरोना कर्फ्यू शुक्रवार की रात से सोमवार की सुबह 6 बजे तक लागू किया जाये। इस बारे में शासन को प्रस्ताव भेजा जाये।

इस दौरान कलेक्टर वेद प्रकाश ने जिले में कोविड- 19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए की गई तैयारियों को पॉवर प्वांइट प्रजेटेंशन के माध्यम से बताया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 38 एक्टिव केस हैं। जिले के तीन नगरीय क्षेत्र गोटेगांव, चीचली एवं सालीचौका और जनपद पंचायत चांवरपाठा का ग्रामीण क्षेत्र 10 जून की स्थिति में कोरोना से मुक्त हो गया है। 

बैठक में बताया कि जिले में टीकाकरण केन्द्रों पर टीकाकरण कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। टीकाकरण के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है। 16 जनवरी से प्रारंभ किये गये कोविड- 19 टीकाकरण के अंतर्गत 11 जून तक एक लाख 76 हजार 802 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका हैं।

बैठक में समिति सदस्यों ने सुझाव दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में मांग के अनुरूप टीकाकरण के लिए शिविर लगाये जायें। अधिक से अधिक नागरिकों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाये। जिले के लिए अतिरिक्त वैक्सीन की डिमांड भेजी जाये। बाजार खोलने के दौरान यह सुनिश्चित किया जावे कि भीड़भाड़ नहीं हो और कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया जाये। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जिले में बच्चों के लिए विकासखंड स्तर पर भी अस्पतालों में बैड की व्यवस्था की जाये। जिले के ब्लैक, व्हाइट या यलो फंगस के मरीज उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेजे जाते हैं, तो उनके समुचित उपचार के बारे में सीएमएचओ समन्वय बनाये रखें और उपचार की प्रगति से समिति के सदस्यों को अवगत करायें। कलेक्टर ने अवगत कराया कि जिला स्तर पर बच्चों के लिए 20 बेड की व्यवस्था कर ली गई है, इसे बढ़ाकर 40 बेड करने की तैयारी है।

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