फाइल फोटो |
बेंगलुरु/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कोविड-19 को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन के कारण पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने के कारण वित्तीय संकट का सामना कर रहे बेंगलुरु चिड़ियाघर संसाधन जुटाने के लिए लोगों से जानवरों को गोद लेने और नाम देने और दान करने की अपील कर रहा है।
731.88 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैले चिड़ियाघर- बन्नेरघट्टा बायोलॉजिकल पार्क (बीबीपी) की चार अलग-अलग इकाइयाँ- चिड़ियाघर, सफारी, बटरफ्लाई पार्क और बचाव केंद्र हैं।
बीबीपी एक स्वायत्त संगठन है जो केवल टिकट की बिक्री से प्राप्त राजस्व द्वारा चलाया जाता है। इसने कर्नाटक के कुछ छोटे चिड़ियाघरों को भी गोद लिया है।
मुख्य वन संरक्षक, बेंगलुरु और बीबीपी आर गोकुल के प्रभारी कार्यकारी निदेशक ने कहा, "कोविड-19 महामारी ने चिड़ियाघर पर एक बड़ी आपदा लेकर आई है, जहां दर्शकों में भारी कमी आई है, जिससे चिड़ियाघर का राजस्व प्रभावित हुआ है।"
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद चिड़ियाघर 102 विभिन्न प्रजातियों के 2,388 जानवरों की देखभाल कर रहा है।
गोकुल ने कहा, "इसलिए, हम नागरिकों और संगठनों से जानवरों को गोद लेने का अनुरोध करते हैं कि वे उसके भोजन और पशु चिकित्सा देखभाल की लागत में आंशिक योगदान दें।"
बीबीपी युवा जानवरों के नाम रखने का अवसर भी प्रदान कर रहा है।
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