सात सालों में बेरोजगारी, महंगाई, कोरोना संकट की उपलब्धि का जश्न मना रही भाजपा ?
कांग्रेस ने पूछा सवाल
बालाघाट/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। मोदी सरकार के 30 मई को केन्द्र में सत्ता संभाले सात साल हो गये हैं। इस दौरान चार राज्यों के चुनाव के बीच कोरोना की भयावहता ने देश में कई लोगों की जिंदगी ले ली और कई लोग आज भी बीमार हैं, ऐसे में केन्द्र सरकार की सात साल की उपलब्धियों को लेकर भाजपा सेवा ही संगठन के माध्यम से आम जनता के बीच जा रही है, जिस पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस ने सवाल पूछा है कि बंगाल सहित अन्य राज्यों में कोरोना की विभिषिका के बीच चुनाव प्रचार करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, देश में बढ़ती बेरोजगारी, महिलाओं पर हिंसा, कोरोना महामारी में बीमारी से लड़ते हुए ऑक्सीजन, दवा, बेड और चिकित्सकों की कमी, बढ़ती महंगाई, आखिर किस बात का भाजपा, केन्द्र की मोदी सरकार के सात साल पूरे होने पर किन उपलब्धियों का जश्न मना रही है?
शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि देश की जीडीपी गिरती जा रही है, तेल का तड़का हर वर्ग को परेशान किये है, 15 लाख रूपये अब तक देश के किसी नागरिक के खाते में आये नहीं, कालाधन कब आयेगा ऐसे कई सवाल है, जिसका जवाब सात सालों की मोदी सरकार से जनता जानना चाहती है। सोने की चिड़िया कहे जाने वाले देश को आजादी के बाद जिस तरह सींचकर कांग्रेस के नेताओं ने देश का नवनिर्माण किया था। उस विकास को विनाश की ओर ले जाने का काम सात सालो में देश की मोदी सरकार ने किया है। इतिहास गवाह है कि जब भी सरकार तानाशाह होती है उसका पतन निश्चित होता है।
देश में कोरोना महामारी के दौरान, बीमारी की भयावहता को नजर अंदाज कर बंगाल सहित अन्य राज्यों में पार्टी को जीताने में जुटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण, देश के लाखों परिवार ने अपनो को खो दिया। जिनके प्रति सहानुभूति प्रगट करने और उन्हें राहत पहुंचाने के बजाये, केन्द्र सरकार, अपनी उपलब्धियों को लेकर वाहवाही करने में जुटी है। जो शर्मनाक और निंदनीय है।
श्री पंजवानी ने कहा कि देश की जनता देश में मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल को देख चुकी है। भाजपा ने देश में झूठ की राजनीति शुरू की। भाजपा के बार-बार बोलो और जोर से बोलो झूठ को अब देश की जनता समझ चुकी है, जहां कोरोना महामारी में इलाज और उपचार की अव्यवस्थाओं के कारण अपनों को खो चुके लोग सरकार को लानत दे रहे हैं। सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने सात सालों की उपलब्धियों का ढिंढौरा पिटवा रही है। जबकि सरकार को ऐसे समय कोरोना में मृतकों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए खराब हो चुके स्वास्थ्य सेक्टर को सुधरने में जुट जाने चाहिये।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर मामले में मोदी सरकार की खिलाफत कर रही है किन्तु गोदी मीडिया उसे नजरअंदाज कर मोदी सरकार के गुणगान गाने में लगा है और यदि कोई मीडिया, कांग्रेस को कवर करती है तो ऐसे मीडिया संस्थानों को कुलचने का काम किया जा रहा है। उन्होंने उत्तरप्रदेश में कोरोना से मौतों के बाद गंगा नदी में शवों को फेंके जाने और रेत में दबाये गये शवों से देश की जनता का ध्यान हटाने बाबा रामदेव द्वारा ऐलोपैथिक को लेकर दिये गये बयान को प्रायोजित करार दिया है, ताकि जनता का ध्यान उत्तरप्रदेश में कोरोना से मौतों की भयावहता से देशवासी का ध्यान हट जाये। उन्होंने कहा कि अब सरकार सोशल मीडिया को दबाने का प्रयास कर रही है, टूलकिट मामले में जिस तरह से सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर ने भाजपा के झूठ को सामने लाया है, उससे सरकार बौखलाकर ट्विटर पर कार्यवाही करने में जुटी है। इससे अच्छा होता कि सरकार और उसके मंत्री कोरोना से लड़ने में कारगर भूमिका अदा करते, ताकि लोग कोरोना की भयावहता से जीवन नहीं गंवाते।
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