जबलपुर : सकारात्मक साहित्य से ही मिलेगी जीवन को नई दिशा


रिपोर्टर अमित सोनी 
जबलपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। नकारात्मक एवं द्वेष पूर्ण साहित्य से परहेज कर रचनाकारों को सकारात्मक साहित्य लेखने की जरूरत है जिससे आम जनमानस को जीने की नई दिशा प्राप्त हो सके। उक्त उद्गार नगर की साहित्यिक संस्था सृजन पथ द्वारा  ऑनलाइन मासिक काव्य गोष्ठी  अध्यक्षता कर रही डॉ. अनामिका तिवारी ने व्यक्त किए। मुख्य अतिथि डॉ. श्याम शुक्ला एवं समीक्षक अतिथि वरिष्ठ कवि डॉ. श्याम मनोहर सिरोठिया, सागर की उपस्थिति में आयोजन संपन्न किया गया।

गोष्ठी के संयोजक दीपक तिवारी "दीपक" एवं डॉ. मिथिलेश बडगैंया के संचालन में स्वागत भाषण डॉ. विनीता श्रीवास्तव और मां सरस्वती की वंदना श्वेता मिश्रा की मधुर वाणी से प्रारंभ की गयी।

गोष्ठी में आमंत्रित वरिष्ठ साहित्यकारों में सर्वश्री  विजय बागरी कटनी, अनीता श्रीवास्तव तमन्ना , अनिल वैद्य, बसंत शर्मा, डॉ. विजेंद्र उपाध्याय,  राजेंद्र मिश्रा, राजेंद्र तिवारी, डॉ. विनीता श्रीवास्तव ,प्रेम नारायण सोनी प्रेम, मिथिलेश बडगैंया, मीनाक्षी शर्मा तारिका, राजेंद्र तिवारी, शशि सिंह  परिहार, डॉ. पूनम शर्मा, नरेंद्र शर्मा शास्त्री, मनोहर चौबे आकाश, देव दर्शन सिंह, दीपक दीवान, अमित अनजान की रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर खूब वाहवाही लूटी। आभार प्रदर्शन महासचिव अनीता श्रीवास्तव "तमन्ना" द्वारा किया गया।

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