कोरोना : दूसरी लहर में कहर ढाहने वाले 'डेल्टा स्ट्रेन' ने बदला रूप, भारत में इसका ज्यादा प्रसार नहीं



नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। दुनिया के 78 देशों में पहुंच चुका सार्स-कोव-2 का डेल्टा स्ट्रेन देश में और म्युटेंट हो गया है। यानी की इसने खुद में बदलाव कर लिया है। म्यूटेंट होकर इसने नया वेरिएंट 'डेल्टा प्लस' या एवाई.1 बनाया है। इसके शुरुआती डाटा से यह संकेत मिल रहे हैं कि म्यूटेंट होकर डेल्टा प्लस ने मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल ट्रीटमेंट के खिलाफ प्रतिरोधकता यानी रजिस्टेंस विकसित कर लिया है।

इस कॉकटेल ट्रीटमेंट को हाल ही में केंद्रीय औषध मानक नियंत्रक गठन से मंजूरी दी थी। वायरस का इतना तेज म्यूटेंट हैरान करने वाला है। सीएसआइआर इंस्टीट्यूट आफ जिनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिवट बायोलॉजी के वैज्ञानिक विनोद सकारिया ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी।

उन्होंने लिखा कि एक और नया वेरिएंट बी.1.617.2.1 जिसे एवाई.1 के नाम से जाना जा रहा है में के417 का म्यूटेशन है। इस वैरीअंट का भारत में ज्यादा प्रसार नहीं है। यह बदलाव यूरोप, एशिया और अमेरिका में ज्यादा दिखा। हालांकि डेल्टा प्लस वेरिएंट की ट्रैवल हिस्ट्री अभी उपलब्ध नहीं है।

पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की रिपोर्ट
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की एक रिपोर्ट के मुताबिक डेल्टा प्लस वेरिएंट के कुछ 63 मामले मिल चुके हैं। इस में से छह भारत से हैं। डेल्टा स्ट्रेन बी.1.617.2 के स्पाइक में के417 एन प्रोटीन का म्यूटेशन हुआ है। यह म्यूटेशन बीटा वैरीअंट बी.1.351 में भी था।

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