पोस्टर में एक महिला है जिसकी हड्डियां निकली हुई हैं और उसके खाने की प्लेट टूटी है। बगल में चम्मच रखी है। वो गरीबी की मार से कराह रही है। इस पोस्टर के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी वार किया गया है। पोस्टर में सरसों तेल की कीमत 220 रुपये, रिफाइन 180 रुपये, अरहर दाल 120 रुपये समेत विभिन्न सामग्री की कीमतें दर्शायी गई हैं।
पेट्रोल की कीमत 106 एवं डीजल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर लिखी गई है। इसके साथ ही पोस्टर में कुछ सामानों के दाम भी लिखे हुए हैं। जिनमें घरेलू कुकिंग गैस- 1000, मसूर दाल- 75 रुपए किलो, चना- 80 रुपए किलो लिखा गया है। तस्वीर के बीच में बडे़ अक्षर में महंगाई लिखा है।
आगे लिखा है कि जब विपक्ष में होते हैं तो महंगाई पर बड़ा सवाल उठाते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो उसका जिम्मेदार विपक्ष को बताते हैं। इस पोस्टर में महासचिव भाई अरुण कुमार, युवा राजद के प्रदेश सचिव जेम्स कुमार यादव समेत तीन अन्य नेताओं के फोटो और नाम हैं। पोस्टर में कई कार्टून के माध्यम से बताया गया है कि जनता की कमर महंगाई कैसे तोड़ रही है।
सामान का बाजार भाव बताया गया है और नरेन्द्र मोदी इसमें कह रहे हैं - डांट वरी सेल पकौड़ा। नीतीश कुमार युवाओं को दौड़ाते दिख रहे हैं और कह रहे हैं कि- अपने आपको विकास के हवाले कर दो इस पोस्टर में एक महिला की भी फोटो है, जिसकी हड्डियां निकली हुई हैं और उसके खाने की प्लेट टूटी है। राजद लगातार महंगाई को लेकर सरकार पर हमलावर रही है।
वहीं, अब तेजस्वी यादव के पटना लौटने के बाद कई मुद्दों को लेकर बैठक करने और सरकार को घेरने की तैयारी की खबर सामने आई है। पोस्टर लगाने वाले राजद के नेता जेमर कुमार यादव ने कहा कि केंद्र सरकार विकास की बात करती है। लेकिन कहां विकास है। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि पेट्रोल से महंगा डीजल हो गया है।
देश के 35 फीसद लोग प्रतिदिन भूखे पेट सोते हैं। ऐसे में विकास का मतलब क्या है? यह तो दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। मोदी जी कहते हैं कि पकौडे तलो, लेकिन आज तो युवा वह भी नहीं कर सकता क्योंकि तेल की कीमत दो सौ के पार हो गई है। यहां उल्लेखनीय है कि राज्य में पोस्टर वार कोई नया नहीं है। विभिन्न मौके पर राजद, जदयू की ओर से पोस्टर लगाकर एक-दूसरे पर हमला किया जाता है।
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