छात्रा देवांशी रंजन को मिला संयुक्त राष्ट्र का प्रतिष्ठित डायना पुरस्कार



नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। लेडी श्रीराम (एलएसआर) कॉलेज की 21 वर्षीय छात्रा को संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों को बढ़ावा देने व युवा परिवर्तनकारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिष्ठित डायना पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अंतिम वर्ष की छात्रा देवांशी रंजन लाडली फाउंडेशन ट्रस्ट नामक एनजीओ के साथ काम करते हुए कोविड-19 महामारी के बीच गरीब बच्चों विशेषकर छात्राओं की पढ़ाई में मदद कर रही हैं। वेल्स की राजकुमारी डायना की स्मृति में दिये जाने वाले इस पुरस्कार को किसी युवा व्यक्ति के सामाजिक कार्यों या मानवीय प्रयासों के लिए दिया जाने वाला ‘सर्वोच्च सम्मान’ माना जाता है। 

रंजन ने कहा, ‘5 मई को पता चला कि मुझे डायना पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मैं बेहद उत्साहित थी, लेकिन 28 जून को डिजिटल समारोह शुरू होने तक अपने परिवार के अलावा किसी और के साथ यह खबर साझा नहीं कर सकी।' उन्होंने कहा, ‘मेरा काम कोविड-19 महामारी से संबंधित राहत कार्य के आसपास केंद्रित था। कई सर्वेक्षणों और खबरों में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों विशेषकर छात्राओं की संख्या में वृद्धि की बात सामने आई, जिनके लिये ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करना आसान नहीं था। मैंने एनजीओ लाडली ट्रस्ट के साथ काम किया और अपने कार्यक्रम ‘पठनशाला’ के तहत झुग्गी बस्तियों व गांवों के छात्र-छात्राओं के लिये कार्यशालाएं आयोजित कीं।’ दुनियाभर में 9 से 25 वर्ष की आयु के 400 लोगों को डायना पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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