बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव की पूर्व तैयारियों संबंधी बैठक आयोजित
रिपोर्टर अमित दीक्षित
नरसिंहपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव की पूर्व तैयारियों संबंधी जिला स्तरीय बैठक कलेक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में कलेक्टर ने बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव की सभी तैयारियां पहले से ही पुख्ता कर लेने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
बैठक में पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव, एसडीएम प्रमोद सेनगुप्ता, आरएस बघेल, राजेश शाह एवं श्रीमती निधि सिंह गोहल, संयुक्त कलेक्टर जीसी डेहरिया, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड, एसडीओपी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन व बरगी, सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर वेद प्रकाश ने कहा कि नर्मदा एवं उसकी सहायक नदियों, तालाबों, नहरों, जलाशयों के आसपास के बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों, गांवों और अन्य स्थलों को चिन्हित कर आवश्यक तैयारियां अभी से पुख्ता कर ली जावें। कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार करें। इन गांवों में, पंचायतों में लाइफ जैकेट और अनाउंसमेंट सिस्टम की व्यवस्था करें। होमगार्ड स्थानीय तैराकों को चिन्हित कर सूचीबद्ध कर लें। उन्होंने निर्देश दिये कि अनुभाग स्तर पर कंट्रोल रूम बनायें। नगरीय निकायों में भी 24 घंटे के लिए शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जावे। झांसी घाट, ककरा घाट एवं झिकोली घाट में बैरियर लगवायें और टीन शेड बनवाकर ड्यूटी लगावें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिले में 15 जून से 15 सितम्बर 2021 तक नाव के परिचालन पर रोक रहेगी। इस संबंध में विशेष सतर्कता रखें और सख्ती से रोक लगायें।
कलेक्टर वेद प्रकाश ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिये। जल जनित/ मौसमी बीमारियों से बचाव की दवाईयों, ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरीन की गोलियों आदि का पर्याप्त भंडारण आरोग्य केन्द्रों और सभी सरकारी अस्पतालों में सुनिश्चित किया जावे।
कलेक्टर ने बैठक में बाढ़ नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन से संबंधित अमले को सतत सक्रिय रहने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। संक्रामक बीमारियों से बचाव के उद्देश्य से आवश्यक प्रबंध किये जावें। इस हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग हैंडपंप/ पेयजल स्रोतों का क्लोरीनेशन करायें। पशुओं के उपचार, टीकाकरण आदि के संबंध में पशु चिकित्सा विभाग आवश्यक प्रबंध करे।
कलेक्टर ने बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों, जीर्णशीर्ण व खतरे की आशंका वाले मकानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिये। बरगी डेम से पानी छोड़ने की पूर्व सूचना संबंधित क्षेत्रों में और सभी संबंधितों को पर्याप्त समय पहले दी जावें, इसके लिए वाट्सएप ग्रुप भी बनायें। कलेक्टर ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में जर्जर मकानों को हटाने की कार्रवाई की जाये।
कलेक्टर ने जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम को निर्देशित किया कि वे आपदा के समय राहत के लिए दो 407 वाहन पूरी तरह तैयार रखें। उन्होंने नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया कि वे 10- 10 लाइफ जैकेट की व्यवस्था करके रखें। आपदा के समय उपयोगी उपकरण गैती, फावड़ा, कटर, हेलमेट आदि की व्यवस्था पहले से कर लें।
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