पटना/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। भारी बारिश की वजह से बिहार के कई जिलों में भी बाढ़ का संकट देखने को मिलने लगा है। नेपाल के तराई वाले इलाके समेत उत्तर बिहार में हो रही लगातार बारिश की वजह से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदियों के उफान की वजह से कई जिलों में बाढ़ का पानी ग्रामीण इलाकों में प्रवेश कर चुका है। राज्य की नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, गंडक को छोड़ दें तो कोई भी नदी अभी सीमा नहीं लांघ सकी है।
जानकारी के अनुसार गंडक डुमरिया घाट में लाल निशान से 128 सेमी ऊपर बह रही है। यह स्थिति तब है जब इसके डिस्चार्ज में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। लेकिन अगले 24 घंटे में इसके जलस्तर में और वृद्धि की संभावना है। कोसी नदी बिहार में अपनी सीमा में है, लेकिन वीरपुर में लाल निशान से ऊपर बह रही है।
चंपारण, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। उसी बूढ़ी गंडक पुनपुन घाघरा के साथ-साथ कुछ जगहों पर अधवारा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। जबकि कई जगहों पर बूढ़ी गंडक और बाघ नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद भी नदी लाल निशान से काफी नीचे है।
गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। लेकिन यह नदी लाल निशान से इतनी ज्यादा नीचे है कि अभी कोई परेशानी नहीं है। हालांकि, बक्सर से लेकर कहलगांव तक गंगा का जलस्तर लगातार ऊपर जा रहा है। पिछले 24 घंटे में बक्सर में गंगा के जलस्तर में 98 सेंटीमीटर की बढ़त दर्ज की गई है। जबकि पटना के दीघा में 63 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है।
उधर, गंडक के बाद राज्य में कमला नदी खतरे का संकेत दे रही है। यह नदी दो दिन से लाल निशान के करीब पहुंचती जा रही है। वहीं, बूढ़ी गंडक खगड़िया से लेकर मुजफ्फरपुर तक लाल निशान से काफी नीचे है। पुनपुन के जलस्तर में थोड़ी वृद्धि हुई है, लेकिन वह भी अभी खतरे के संकेत से बहुत दूर है।
इस बीच, मौसम विभाग में अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार के कई जिलों में अगले 48 घंटे में बारिश होगी। लेकिन राहत की खबर यह है कि 2 दिन बाद पटना समेत कई जिलों जैसे नालंदा, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद में मानसून का सिस्टम कमजोर पड़ेगा। यहां तेज हवाएं चलेंगी और आसमान में बादल छाए रहेंगे। लेकिन बारिश की रफ्तार पहले से कम होगी।
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