नई दिल्ली/अक्षरसत्ता/ऑनलाइन। पश्चिम बंगाल में कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट को लेकर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने थी, हालांकि अब यह विवाद थमता नजर आ रहा है। बंगाल में 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लोगों को दो तरह के वैक्सीन सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। जिनमें से एक में पीएम मोदी की तस्वीर होगी और दूसरे में ममता बनर्जी की।
जानकारी के मुताबिक, केंद्र द्वारा मुफ्त भेजी गई वैक्सीन पर पीएम मोदी की तस्वीर लगाई जाएगी। वहीं राज्य द्वारा खरीदी गई वैक्सीन पर ममता बनर्जी की तस्वीर नजर आएगी।
ऐसे बढ़ा था विवाद
कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर होती है। हालांकि पश्चिम बंगाल सरकार ने ऐलान किया कि 18 से 45 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन मिलने के बाद ममता बनर्जी की तस्वीर वाले सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। इसके बाद भाजपा ने इस फैसले का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री पद की गरिमा अपमान बताया था।
वैक्सीन सर्टिफिकेट पर दो तरह की फोटो
बंगाल सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा खरीदी गई वैक्सीन पर ममता बनर्जी और केंद्र द्वारा दी गई वैक्सीन पर पीएम मोदी की तस्वीर होगी। बंगाल प्रशासक मंडल के अध्यक्ष फिरहाद हाकिम केएमसी ने कहा कि राज्य सरकार की वैक्सीन सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर ही मिल सकेंगी। सरकार के फैसले से साफ है कि अब राज्य में दो तरह के सर्टिफिकेट हो जाएंगे।
इन राज्यों में हटी पीएम मोदी की तस्वीर
देश के कुछ राज्यों में कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर से पीएम मोदी की तस्वीर पहले ही हट चुकी है। पश्चिम बंगाल से पहले झारखंड, पंजाब और छत्तीसगढ़ में वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर नहीं है।
फोटो पर पहले भी विवाद
बंगाल चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी की वैक्सीन सर्टिफिकेट पर तस्वीर को लेकर विवाद हुआ था। तृणमूल इस मुद्दे को चुनाव आयोग तक लेकर गई थी। पार्टी ने चुनाव आयोग को लिखा था कि पीएम मोदी की तस्वीर कोविड-19 वैक्सीन सर्टिफिकेट पर लगाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
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