बिहार : नदियों का जलस्तर लगभग स्थिर, अगले चार दिन तक अलर्ट



रिपोर्टर सतीश मिश्रा 
मोतिहारी/पूर्वी चंपारण/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, पूर्वी चंपारण द्वारा  जिले को अगले चार दिन तक अलर्ट पर रखा गया है। अगले चार दिनों तक जिले में वज्रपात के साथ भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।

जिला में  नदियों का जलस्तर लगभग स्थिर है। जिला आपातकालीन संचालन केंद्र द्वारा आज 4 बजे शाम तक सारे नदियों का जलस्तर मापा गया जो इस प्रकार है।

• बाल्मीकिनगर बैराज (गंडक) का जलस्तर 107. 7 मीटर मापा गया, जबकि इसका खतरे का स्तर 109.667 मीटर और उच्चतम बाढ़ स्तर 112.40 मीटर है। 
•  लालबकैया (गोआबरी) का जलस्तर 69.10 मीटर मापा गया, जबकि इसके खतरे का स्तर 71.12 मीटर है और उच्चतम बाढ़ स्तर 73.80 मीटर है।
• गंडक चटिया का जलस्तर 66.82 मीटर मापा गया, जबकि इसके खतरे का स्तर 69.167 मीटर है और उच्चतम बाढ़ स्तर 70.04 मीटर है।
• लालबेगिया सिकरहना का जलस्तर 62.37 मीटर मापा गया, जबकि इसके खतरे का स्तर 63.195 मीटर है और उच्चतम बाढ़ स्तर 67.02 मीटर है।
• डुमरिया घाट (गंडक) का जलस्तर 62.41 मीटर मापा गया, जबकि इसके खतरे का स्तर 62.02 मीटर है और उच्चतम बाढ़ स्तर 64.10 मीटर है।
• अहिरौलिया (बूढ़ी गंडक) का जलस्तर 57.04 मीटर मापा गया, जबकि इसके खतरे का स्तर 59.62 मीटर है और उच्चतम बाढ़ स्तर 61.67 मीटर है।
पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया, संग्रामपुर, अरेराज और सुगौली प्रखंड के कुल 24 पंचायतों के कुल 62 गांव बाढ़ से प्रभावित है।जबकि 41 गांव पानी से घिरे हैं। 

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जनसंख्या कुल 45611 और पशुओं की संख्या 492 चिन्हित की गई है। 

जिला प्रशासन द्वारा इन क्षेत्रों में अभी तक कुल ३८१७ पॉलिथीन सीट्स वितरित किया गया है । इन क्षेत्रों में  सरकारी  3 नाव और निजी 3 नाव चलाए जा रहे है। 

वितरित ड्राई राशन पाकेट में 23.62 क्विंटल चूडा और 4.72 क्विंटल चीनी वितरित किया गया है। 

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