जम्मू/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। जम्मू के इंटरनेशनल बार्डर पर अरनिया सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन की घुसपैठ को नाकाम बनाया गया है जबकि 6 दिनों के बाद देर रात जम्मू के वायुसेना हवाई अड्डे पर फिर से ड्रोन को देखा गया है। दोनों ही मामलों में सुरक्षाबलों ने कार्रवाई करते हुए उन पर गोलियां बरसाईं और उन्हें वापस जाने पर मजबूर कर दिया।
जम्मू के सीमावर्ती अरनिया सेक्टर जबोवाल में पोस्ट के करीब आज सुबह 5 बजे के करीब पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया। जैसे ही सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों की इस पर नजर पड़ी तो उन्होंने तुरंत इस पर फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही समय के उपरांत पाकिस्तानी ड्रोन लौट गया। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं।
जानकारी के अनुसार, सीमावर्ती अरनिया सेक्टर के जबोपाल पोस्ट पर सीमाओं की रक्षा में तैनात बीएसएफ के जवानों की नजर पाकिस्तानी सीमा से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करते ड्रोन पर पड़ी। उन्होंने पहले तो उसे भारतीय क्षेत्र में आने दिया। जैसे ही पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में प्रवेश किया तो बीएसएफ के जवानों ने 25 के करीब राउंड पाकिस्तानी ड्रोन पर दागे। इसके तुरंत बाद ड्रोन पाकिस्तानी सीमा की ओर लौट गया।
इस घटनाक्रम के उपरांत बीएसएफ के जवानों ने सीमा पर सघन तलाशी अभियान छेड़ दिया है। सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों के साथ सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस भी तलाशी अभियान में जारी है। ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि कहीं पाकिस्तान ने ड्रोन की मदद से सीमावर्ती क्षेत्र में नशीले पदार्थों की खेप या फिर हथियारों न भेजे हों। जबोवाल पोस्ट के आस-पास रहने वाले लोगों से भी आवश्यक जानकारी जुटाई जा रही है।
दूसरी ओर जम्मू के वायुसेना स्टेशन पर हमले के 6 दिन बाद फिर से ड्रोन देखा गया। देर रात 12.45 मिनट पर एयरबेस के ऊपर ड्रोन देखा गया। एनएसजी कमांडो ने कार्रवाई करने की कोशिश की, लेकिन ड्रोन गायब हो गया। एयरफोर्स प्रशासन की ओर से तत्काल पुलिस को भी जानकारी दी गई। प्रशासन को शक था कि कहीं आसपास से ही कोई इसे आपरेट कर रहा है। एसपी साउथ जम्मू दीपक ढिंगरा का कहना है कि सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी। लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया। सूचना मिलते ही पुलिस के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और सुबह 3 बजे तक आसपास के क्षेत्रों में तलाशी की गई।
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