रायपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कम होते मामलों को देखते हुए दो अगस्त से राज्य के स्कूलों और महाविद्यालयों को खोलने का फैसला किया है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में उनके निवास कार्यालय में मंत्री परिषद की बैठक में दो अगस्त से स्कूलों और महाविद्यालयों को खोलने का फैसला किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए दो अगस्त से शिक्षण तथा अध्यापन कालखण्डों में विद्यार्थियों की उपस्थिति का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान कक्षाओं का संचालन प्रतिदिन 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ किया जाएगा। विद्यार्थी अल्टरनेट डे कक्षा में उपस्थित होंगे। सभी संकायों और कक्षाओं के लिए पहले से चल रही ऑनलाइन कक्षाएं भी संचालित होती रहेंगी। शैक्षणिक संस्थाओं में कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) प्रारंभ होंगे। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक चरणबद्ध रूप से खोले जाएंगे। कॉलेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति की अनिवार्यता नहीं है। उन्होंने बताया कि राज्य में कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं दो अगस्त से शुरू होंगी। कक्षाओं का संचालन विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यदि कोविड का एक भी प्रकरण नहीं है तब ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतें पालकों के परामर्श से स्कूलों के अन्य कक्षाओं के संचालन का निर्णय ले सकेंगी। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में स्कूलों के संचालन के संबंध में स्थानीय पार्षद और पालकों की सहमति से निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने कोरोना संक्रमण काल के कारण बंद कराए गए आश्रम, छात्रावास और पोटा केबिन (कक्षा 8वीं से 12वीं तक के बच्चों) को शुरू करने के लिए आयुक्त बस्तर संभाग के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है।
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर जिले में कुल 320 आश्रम और 118 छात्रावास संचालित हैं। उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने इसके अलावा बस्तर संभाग के शेष चार जिलों में जिला मुख्यालय से भिन्न संचालित छात्रावास और आश्रम को भी संचालित करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने राज्य के आंगनबाड़ियों को 26 जुलाई से दो पालियों में संचालित किए जाने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पिछले वर्ष मार्च माह में स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया था।
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