राफेल सौदे में मोदी ने क्यों नहीं बनायी जेपीसी : दिग्विजय सिंह


बोफोर्स कांड में राजीव गांधी ने स्वयं जेपीसी का किया था गठन
इंदौर/मध्य प्रदेश/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। राफेल मामले को लेकर फ्रांस में न्यायिक जांच शुरू होने संबंधी रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि जंगी जहाजों के इस सौदे में ‘कमीशन’ के लेन-देन के जरिये बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वह राफेल मामले की जांच के लिए ठीक उसी तरह संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करके दिखाएं, जिस तरह बोफोर्स कांड को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जेपीसी बनाई थी। 

फ्रांस में जांच शुरू, भारत में कोई जांच नहीं हो रही है
सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘फ्रांस में राफेल प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है। लेकिन भारत में जिस भी कमीशनखोर ने इस सौदे में पैसा लिया, वहां (भारत) कोई जांच नहीं हो रही है।’ 

उन्होंने राफेल विमान सौदे को ‘बड़े भ्रष्टाचार का प्रकरण’ बताते हुए कहा, ‘मैं अगर राफेल मामले की तुलना बोफोर्स कांड से करूं, तो बोफोर्स कांड में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने स्वयं जेपीसी का गठन कर दिया था। अगर मोदी में साहस है, तो वह राफेल मामले में जेपीसी बना दें। हमारे पास इस मामले में कई सवाल हैं। अगर जेपीसी बन गई, तो हमें ये सवाल करने का अवसर मिल जाएगा।’ 

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में बाद की सरकारें भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बोफोर्स कांड में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप साबित नहीं कर सकीं। 

राहुल गांधी की बात सही साबित हुई
उन्होंने पेट्रोल-डीजल समेत आम जरुरत की चीजों की बढ़ती महंगाई को लेकर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, ‘इस सरकार ने गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर करों का बोझ बढ़ा दिया, जबकि बड़े उद्योगपतियों और कॉरपोरेट के लोगों से कर वसूली घट गई है। (कांग्रेस नेता) राहुल गांधी की बात सही साबित हुई है कि यह सूट-बूट की सरकार है।’ 

मीडिया के साथ बातचीत से पहले, सिंह कांग्रेस के स्थानीय कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। इस सभा में उन कांग्रेस नेताओं को याद किया गया जिनकी कोविड-19 से मौत हुई है।

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