नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल कर उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों, पत्रकारों, नेताओं और अन्य की जासूसी कराने का प्रकरण अमेरिका में रिचर्ड निक्सन के शासनकाल में सामने आए ‘वाटरगेट’ प्रकरण से भी अधिक खतरनाक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पाईवेयर के दुरुपयोग के खिलाफ नागरिक समाज के लोगों, छात्रों और पत्रकारों को उठ खड़ा होना चाहिए। बनर्जी ने कहा कि स्पाईवेयर लगाने वालों के पास प्रशांत किशोर और उनके बीच हुईं चुनाव रणनीति बैठकों के बारे में भी विस्तृत जानकारी थी। बनर्जी ने कथित जासूसी को ‘‘महा-आपातकाल’’ करार दिया।
मुख्यमंत्री ने यहां राज्य सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार ने सभी निष्पक्ष संस्थानों का राजनीतिकरण कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘पेगासस, वाटरगेट स्कैंडल से भी अधिक खतरनाक है, यह महा-आपातकाल है।’’
उल्लेखनीय है कि वाटरगेट प्रकरण अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की जासूसी कराए जाने से जुड़ा था और इसके चलते निक्सन को इस्तीफा देना पड़ा था।
बनर्जी ने कहा, ‘‘वे (भाजपा नेतृत्व) यहां तक कि अपने मंत्रियों और अधिकारियों पर भी विश्वास नहीं करते। मैंने सुना है कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कई लोगों के फोन टैप किए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रेस क्लब, एडिटर्स गिल्ड, हर किसी को एकजुट होना चाहिए। भाजपा मीडिया को डराने की कोशिश कर रही है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जब इतना बड़ा मामला सामने आया है तो यह प्रधानमंत्री या केंद्रीय गृह मंत्री का दायित्व बनता है कि वे संसद में बयान दें।
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