जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर फिर नजर आया ड्रोन, एंटी ड्रोन सिस्टम से किया नाकाम

फाइल फोटो 

नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। एयरफोर्स स्टेशन जम्मू पर 2 सप्ताह बाद बुधवार- वीरवार की मध्यरात्रि को एक बार फिर एक ड्रोन को उसी इलाके में देखा गया। हालांकि, ड्रोन हमले के बाद एयरफोर्स स्टेशन पर लगाए गए एंटी ड्रोन सिस्टम (किलर ड्रोन सिस्टम) के चलते बार ड्रोन को डिटैक्ट कर दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक ड्रोन को जाम कर मार गिराया गया। उसके बाद सुरक्षा बलों द्वारा इलाके में सर्च ऑप्रेशन चलाकर इस बात का पता लगाने की कोशिश की गई कि कहीं ड्रोन में कोई प्लेलोड तो नहीं था, जिसकी मदद से विस्फोटक अथवा हथियार गिराए गए हों। हालांकि, पुलिस और एयरफोर्स की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।  

जून में भी जम्मू के भारतीय वायु सेना के स्टेशन पर दो ड्रोन से विस्फोटक गिराए गए थे, जिसमें दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए थे। पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों का देश के किसी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान पर इस तरह का यह पहला ड्रोन हमला था। पहला विस्फोट शनिवार देर रात एक बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ, जबकि दूसरा विस्फोट उसके छह मिनट बाद हुआ। पहले धमाके में शहर के बाहरी सतवारी इलाके में भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित हवाई अड्डे के उच्च सुरक्षा वाले तकनीकी क्षेत्र में एक मंजिला इमारत की छत को नुकसान हुआ, जबकि दूसरा विस्फोट जमीन पर हुआ।
 
अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन द्वारा गिरायी गई विस्फोटक सामग्री आरडीएक्स और अन्य रसायनों के मिश्रण का उपयोग कर बनायी गई हो सकती है, लेकिन इस बारे में अंतिम पुष्टि होने का इंतजार है। जांचकर्ताओं ने हवाई अड्डे की चारदीवारी पर लगे कैमरों सहित सीसीटीवी फुटेज खंगाला है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ड्रोन कहां से आए थे। हालांकि सभी सीसीटीवी कैमरे सड़क की ओर लगे थे।

अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन ने विस्फोटक सामग्री गिराई और वे रात के दौरान या तो सीमा पार या किसी अन्य स्थान चले गए। जम्मू हवाई अड्डे और अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच हवाई दूरी 14 किलोमीटर है। हवाई अड्डा परिसर स्थित वायुसेना स्टेशन में किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं है और एनआईए की एक टीम समेत अन्य जांच दल मौके पर मौजूद बारीक से बारीक साक्ष्य को एकत्र कर रहे हैं।

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