जबलपुर : जिले की सात और ग्राम पंचायतें शत-प्रतिशत वैक्सीनेटेड


अब तक जिले की 33 ग्राम पंचायतों में सौ फीसदी टीकाकरण
जबलपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। टीकाकरण अभियान के तहत जिले की सात और ग्राम पंचायतों ने शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। इन सभी ग्राम पंचायतों को मिलाकर अब जबलपुर जिले की कुल 33 ग्राम पंचायतों में सौ फीसदी टीकाकरण हो चुका है। 

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने पर ग्रामीणों की जागरूकता की सराहना करते हुए बधाई और शाबासी दी है। श्री शर्मा ने टीकाकरण में अहम योगदान के लिए स्वास्थ्य, राजस्व और ग्रामीण विकास विभाग सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधियों तथा ग्राम आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों की सराहना की है। 

टीकाकरण महाअभियान के तहत आज विकासखंड जबलपुर की ग्राम पंचायत पड़ुआ में 1034  और चारघाट ग्राम पंचायत में 1141 व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ। जबकि विकासखंड कुंडम की ग्राम पंचायत अमझर में 1142 व्यक्तियों का और विकासखंड मझौली की ग्राम पंचायत हिनौता में 878 व्यक्तियों का, ग्राम पंचायत रोंसरा में 901 व्यक्तियों का, ग्राम पंचायत अभाना में 1752 व्यक्तियों का तथा ग्राम पंचायत बीछी में 810 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। 

इसके अलावा पंचायतों में शेष बचे लोगों में गर्भवती एवं धात्री, ग्राम से बाहर गये लोग, मृत व्यक्ति और गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्ति शामिल हैं। इन सभी ग्राम पंचायतों के प्रशासनिक समिति के प्रधान, पंचायत सचिव और रोजगार सहायक, ए.एन.एम. और सी.एच.ओ. ने सौ फीसदी टीकाकरण हो जाने का प्रमाण-पत्र भी जारी कर दिया है। 

चलाया गया जागरूकता अभियान
ग्रामीणों में टीकाकरण के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने एवं जागरूकता पैदा करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। यहां ग्राम पंचायत अबाना में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 10 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले थे। कई लोगों को भर्ती होना पड़ा था, इलाज में पैसे भी खर्च हुए। बस इसी बात को फोकस कर लोगों को टीकाकरण की समझाइश दी गई। कई दौर के सेशन के बाद यहां शत-प्रतिशत ग्रामीणों का टीकाकरण संभव हुआ। ग्राम पंचायत अभाना विकासखंड मझौली की सौ फीसदी टीकाकृत होने वाली सबसे बड़ी पंचायत है। 
इसी प्रकार ग्राम पंचायत बीछी में टीकाकरण दल दो बार गया, लेकिन लोगों ने टीके के प्रति हिचकिचाहट की वजह से टीका नहीं लगवाया। अपेक्षाकृत छोटी ग्राम पंचायत होने के कारण यहां लगातार दो दिनों तक घर-घर जाकर लोगों को टीका लगवाने की सलाह दी। मजदूरों के लिए यहां दो दिन प्रात: 7.30 बजे से टीकाकरण शिविर लगाया गया। ताकि वे काम करने जा सकें। टीकाकरण कर्मी और एएनएन ने यहां बहुत मेहनत कर लोगों को प्रेरित किया और टीका लगाया।

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