नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। पेगासस जासूसी विवाद और केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों सहित अलग-अलग मुद्दों पर विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही 4 बार के स्थगन के बाद शाम 5 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। इससे पहले एक बार के स्थगन के बाद दूसरी बार दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
एक बार के स्थगन के बाद जैसे ही दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने कुछ विधायी कामकाज निपटाए। हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीमा शुल्क घटाने की अधिसूचना संबंधी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे। इसके बाद हरिवंश ने प्रश्न काल के लिए राकेश सिन्हा का नाम पुकारा। तभी कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य हंगामा न थमते देख उपसभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12.11 बजे 2 बजे तक के लिए स्थिगित कर दी।
इससे पहले, हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया। सभापति ने कहा कि उन्हें नियम 267 के तहत, कामकाज स्थगित कर कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, द्रमुक के तिरूचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय सहित कुछ सदस्यों के नोटिस मिले हैं लेकिन उन्होंने इन नोटिसों को मंजूरी नहीं दी है।
सभापति ने सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बज कर करीब आठ मिनट पर ही बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, सदन की बैठक शुरू होने पर करगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर, पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही उच्च सदन ने टोक्यो ओलंपिक में 49 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
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