अब तक तीन विधायक छोड़ चुके हैं भाजपा
कोलकाता/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। बागदा से भाजपा विधायक विश्वजीत दास मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये। वह मई में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ऐसा करने वाले तीसरे भाजपा विधायक हैं।
तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रहे दास 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते थे। उन्होंने यहां तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होने के बाद कहा, ‘‘ मुझे भाजपा में कभी भी सुखद अनुभूति नहीं हुई। मैं बहुत पहले ही तृणमूल में लौटना चाहता था। भाजपा ने बंगाल के लिए कुछ नहीं किया। ’’
सोमवार को एक अन्य भाजपा विधायक तन्मय घोष तृणमूल में लौट गये थे। उससे पहले जून में भाजपा विधायक और पार्टी उपाध्यक्ष मुकुल रॉय तृणमूल में लौट आए थे। उन्होंने चार साल पहले ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा था।
पश्चिम बंगाल में बिष्णुपुर के विधायक तन्मय घोष सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है। पत्रकारों से बात करते हुए घोष ने दावा किया कि भाजपा पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है, जिसके कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से पश्चिम बंगाल के कल्याण के लिए टीएमसी में शामिल होने का आग्रह करता हूं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है।’’ घोष ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रतिशोध की राजनीति कर रही है और राज्य में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है। घोष पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मार्च में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
इससे पहले, घोष टीएमसी की युवा इकाई के बांकुड़ा जिले के बिष्णुपुर शहर के अध्यक्ष और स्थानीय नगर निकाय के पार्षद भी थे। घोष का पार्टी में स्वागत करते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि भाजपा चुनाव के बाद टीएमसी से बदला लेने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा से राजनीतिक रूप से लड़ेंगे। वह पश्चिम बंगाल के लोगों को कमतर दिखाने की कोशिश कर रही है।’’
बसु ने कहा कि भाजपा के कई नेता टीएमसी के संपर्क में हैं। बसु ने दावा किया कि त्रिपुरा के भाजपा विधायक भी टीएमसी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब ममता बनर्जी त्रिपुरा में कदम रखेंगी, तो सुनामी आएगी। उस राज्य के भाजपा नेता इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं।’’ बसु ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा के नेतृत्व में त्रिपुरा खौफ की घाटी में तब्दील हो गया है।’’
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