आदिवासी युवक को ट्रक से बांधकर घसीटने का मामला
भोपाल/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। मध्यप्रदेश के नीमच में कथित चोरी के शक में एक आदिवासी को पहले पीटा गया फिर उसे चार पहिया वाहन के पीछे बांधकर तब तक सड़क पर घसीटा गया। जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। सोशल मीडिया पर इस पूरी घटना का वायरल होने के बाद पूरे देश में इस मामले ने आग लगा दी है।
वहीं सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रविवार को मीडिया से इस घटना पर बात करते हुए कहा कि, मामले में ऐसा सख्त ऐक्शन लिया जा रहा है कि लोग दोबारा ऐसा करने से पहले कई बार सोचेंगे।
चोरी के शक में मध्यप्रदेश के नीमच में एक आदिवासी युवक को ना सिर्फ पीटा गया बल्कि एक पिकअप से बांधकर घसीटा भी गया. इतनी यातना दी गई कि उस आदिवासी युवक ने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने युवक के साथ बर्बरता का एक वीडियो भी बनाया है. वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
वहीं, दूसरी ओर जिला प्रशासन ने रविवार को सिंगोली कांड के मुख्य आरोपितों के अवैध मकानों को चिन्हित कर ध्वस्त कर दिया है.प्रशासन रविवार को जेसीबी व अन्य संसाधनों के साथ सड़क हादसे के विवाद में दलित कन्हैयालाल भील को पिकअप से बांधकर घसीटने व मौत के घाट उतारने वाले मुख्य आरोपितों के ग्राम जेतलिया पहुंचा. जहां आरोपित महेंद्र गुर्जर के मकान को ध्वस्त किया गया। कलेक्टर व एसपी ने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान लेते हुए 8 लोगों के विरुद्ध 304, 302 व एसटीएससी एक्ट में कार्रवाई की है। आरोपित छीतरमल पिता जयराम गुर्जर उम्र 32 निवासी ग्राम पाटन, महेंद्र पिता रामचंद्र गुर्जर उम्र 40 निवासी जेतलिया, गोपाल पिता लालू गुर्जर उम्र 40 निवासी पाटन, लोकेश पिता नारायण बलाई उम्र 21 निवासी सिंगोली, लक्ष्मण पिता जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि आरोपित अमरचंद पिता गोपी गुर्जर निवासी ग्राम जेतलिया, धीरज धाकड़ निवासी ग्राम चल्दू व सत्तू डॉक्टर निवासी ग्राम पाटन अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
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