नई दिल्ली। भारत में वर्ष 2020 के दौरान दुर्घटना में मौत के 3,74,397 मामलों में से 35 फीसदी मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं। इसके मुताबिक, 60 फीसदी से अधिक सड़क हादसों का कारण तेज गति से वाहन चलाना रहा और इन हादसों में 75,333 लोगों की मौत हुई जबकि 2,09,736 लोग घायल हुए।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020 के दौरान 2019 की तुलना में दुर्घटना में मौत के मामलों की संख्या कम रही जोकि 2019 में 4,21,104 दर्ज की गई थी।
दुर्घटना में मौत की दर वर्ष 2020 के दौरान प्रति लाख आबादी पर 27.7 रही जोकि पिछले साल 31.4 की तुलना में कम रही।
गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एनसीआरबी के मुताबिक, वर्ष 2020 के दौरान भारत में सड़क दुर्घटना के 3,54,796 मामले दर्ज किए गए जिनमें 1,33,201 लोगों की मौत हुई और 3,35,201 लोग घायल हुए।
एनसीआरबी के मुताबिक, सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों में से 43.6 फीसदी दोपहिया वाहनों के सवार थे, जिसके बाद कार, ट्रक या लॉरी और बसों के साथ हुए हादसे के कारण क्रमश: 13.2 फीसदी, 12.8 फीसदी और 3.1 फीसदी मौतें हुईं।
आंकड़ों के मुताबिक, खराब मौसम के कारण केवल 2.4 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं हुईं। ग्रामीण क्षेत्रों में 59.6 फीसदी (2,11,351 मामले) जबकि शहरी क्षेत्रों में 40.4 फीसदी (1,43,445 मामले) सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं।
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