नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास स्थान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलाकात की। साथ ही प्रदेश की कोविड स्थिति, वर्षा की स्थिति सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति से प्रधानमंत्री को अवगत कराया। चौहान ने प्रधानमंत्री को मध्य प्रदेश में कोविड की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में कोविड नियंत्रण में है और केवल 127 ही एक्टिव प्रकरण हैं। इसके साथ ही प्रदेश में 88 प्रतिशत लोगों को प्रथम डोज और 27 प्रतिशत लोगों को द्वितीय डोज लगाये जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री को सीएम राईज स्कूल योजना से अवगत कराते हुए बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए 25-30 किलोमीटर क्षेत्र पर कुल 350 ऐसे विद्यालय खोले जा रहे हैं, जो खेल के मैदान, पुस्तकालय और प्रयोगशालाओं जैसी सुविधाओं से संपन्न होंगे और जहां विद्यार्थियों के लिए बसों से आने-जाने की सुविधा होगी। साथ ही शिक्षकों का चयन वर्तमान शिक्षकों में से ही परीक्षा के आधार पर किया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के इस नये शिक्षा प्रयोग की प्रशंसा की।
चौहान ने बताया कि वर्ष 2023 को संयुक्त राष्ट्र ने मोटे अनाज के वर्ष के रूप में घोषित किया है, जिसकी तैयारी स्वरूप मध्यप्रदेश कोदो-कुटकी जैेसे पिष्टक मोटे अनाज का उत्पादन करने वाले स्वयं सहायता समुहों को प्रोत्साहित कर रहा है। साथ ही प्रदेश में अत्याधिक और कम उत्पादन वाली फसलों के बीच संतुलन बनाते हुए मध्यप्रदेश किस प्रकार एक मॉडल राज्य बने जिसमें निर्यात की अधिक संभावना वाली फसलों को बढावा दिया जाये।
प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में चंदन की खेती करने का दिया सुझाव दिया
फसलों के विविधीकरण और व्यावसायिक खेती पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में चंदन की खेती करने का सुझाव दिया, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिल सके। प्रदेश में इथनोल पालिसी के बारे में चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रदेश की 28 कंपनियों ने इथेनॉल के उत्पादन के लिये प्रदेश में आवेदन किया है जिससे अनाज के सर्पल्स उत्पादन का उपयोग इथेनॉल बनाने में किया जा सकता है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि विकास कार्याे के लिये ली गई वन भूमी के स्थान पर दुगनी रैवन्यू लैंड देनी पड़ती है, जिसके स्थान पर यदि बिगडे वनों पर तीन गुना वन लगाने का दायित्व दिया जाये तो वन क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी।
प्रदेश में सुशासन व्यवस्था को सुदृढ बनाने को प्रधानमंत्री से मंत्रणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में सुशासन व्यवस्था को सुदृढ करने के लिये विभिन्न विषयों पर प्रधानमंत्री से मंत्रणा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये पंचायत स्तर पर दीनदयाल समितियों का गठन किया गया है जा विकास योजनाओं की उचित निगरानी कर रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी कि वे जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान जनता से सीधा संवाद कर हितग्राहियों को प्राप्त लाभों का भौतिक सत्यापन कर रहे हैे। उनके इस प्रयास को प्रधानमंत्री ने काफी सराहा। चौहान ने राज्य के मंत्रियों और उनके स्टाफ की क्षमता निर्माण के लियेें कर्मयोगी अभियान पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने प्रदेश में व्हाउचर सिस्टम लागू करने का भी सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने दिया प्रधानमंत्री मोदी को न्यौता
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को स्वामित्व योजना के अंतर्गत हरदा जिले में 100 प्रतिशत अधिकार पत्र प्रदान करने के कार्यक्रम में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया। साथ ही मध्य प्रदेश के अत्याधुनिक भोपाल रेलवे स्टेशन के लोकार्पण तथा 15 नवम्बर को आयोजित किये जाने वाले जनजाति गौरव दिवस के लिये भी निमंत्रण दिया। बैठक के दौरान आयुष्मान भारत योजना , डिजिटल हेल्थ मिशन, सिकलसेल एनीमिया मिशन पर भी चर्चा हुई। साथ ही चौहान ने प्रदेश बारिश की स्थिति और खाद आपूर्ति की स्थिति से भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया।
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