भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर पड़ चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनता के सहयोग से हमने कोरोना संकट का सामना किया है। ऑक्सीजन आपूर्ति हो या दवाओं और इंजेक्शन की व्यवस्था, जन-सहयोग से हमने कठिनतम परिस्थितियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने रायसेन जिले के बेगमगंज सिविल अस्पताल में जन-सहयोग से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का निवास से वर्चुअल लोकार्पण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार मानते हुए कहा कि ऑक्सीजन की कमी के समय उन्होंने ऑक्सीजन रेल चलाकर और खाली ऑक्सीजन टैंकरों का वायुसेना के विमानों से परिवहन कराते हुए ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदेश में अनवरत जारी रखी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना के संकट में कई परिवारों ने अपने मुखिया को खोया है। राज्य सरकार ने ऐसे परिवारों की सहायता की हर संभव कोशिश की है। शासकीय कर्मचारियों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की गई है। अनाथ हो गए बच्चों को भी आवश्यक आर्थिक सहायता के साथ उनकी पढ़ाई आदि की व्यवस्था की गई है।
बताया गया है कि बेगमगंज के सिविल अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 100 एलपीएम है। इसके माध्यम से 15 बिस्तरों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति संभव होगी। ऑक्सीजन प्लांट की लागत लगभग 29 लाख रुपये है। इसके लिए 165 दानदाताओं द्वारा सहयोग राशि प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अब तक 163 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं, जिससे 182 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन सुनिश्चित हुआ है। अब कोरोना की तीसरी लहर आने की स्थिति में हमें ऑक्सीजन के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना से अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। कारखानों और व्यापार की स्थिति खराब थी। केवल कृषि से संबंधित गतिविधियां ही जारी थीं। इस भीषण दौर के बावजूद राज्य सरकार ने जन-कल्याण और विकास के कार्यों में कमी नहीं आने दी है। राज्य में संबल योजना फिर से शुरू की गई है। मेधावी विद्यार्थियों की फीस जमा कराना हो या बेटियों की शादी या फिर जल जीवन मिशन में घर-घर नल से जल उपलब्ध कराना आदि विकास और जन-कल्याण की सभी गतिविधियां अनवरत जारी रखी गई और अभी भी जारी हैं।
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