मुंगेर। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव बुधवार को राज्य की दो विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार अभियान में उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार पर अपने अंदाज में निशाना साधा।
राजद नेता लालू प्रसाद ने कहा, "भाजपा के राज में रेल और जहाज के साथ सबकुछ बिक गया। सबका बैंक में खाता खुलवा दिया गया, लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला। बिहार में कहते हैं कि डबल इंजन की सरकार है। नीतीश कुमार स्टीम इंजन हैं और भाजपा डीजल इंजन है। दोनों एक-दूसरे को खींच रहे हैं।"
उन्होंने तारापुर विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री बना दिया था, लेकिन धोखे से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए। राजद अध्यक्ष ने नीतीश कुमार के मंगलवार को 'गोली मरवा देने' संबंधित बयान पर लालू ने कहा कि, "वे क्यों गोली मरवाएंगें, वे खुद मर जाएंगे"।
तारापुर में करीब छह साल बाद पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना दिया था, लेकिन धोखे से, बेईमानी से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए। उन्होंने यह भी कहा कि उस वक्त मैं जेल में था, अगर बाहर रहता, तो ऐसा नहीं होता।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा, "हमने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार का विसर्जन हो रहा है, नीतीश बोलते हैं कि हमें गोली मार दें। हम क्यों तुम्हें गोली मारेंगे तुम खुद मर जाओगे।"
बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के 'विसर्जन' के बयान पर कहा था कि विसर्जन की बात छोड़िए लालू जी चाहें तो गोली ही मरवा दें। वह यही कर सकते हैं और कुछ तो कर नहीं सकते।
राजद प्रमुख ने मंगलवार को कहा था कि वह बिहार की नीतीश सरकार का विसर्जन करने के लिए दिल्ली से बिहार आए हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में लोग रोजगार के लिए परेशान हैं, न तो लोगों को काम मिल रहा और न ही कोई विकास कार्य हो रहा।
उन्होंने लोगों से जातिगत जनगणना के लिए संघर्ष करने की अपील करते हुए कहा कि दलित और ओबीसी की संख्या बढ़ी है। जातिगत जनगणना की लड़ाई हर हाल में छेड़नी होगी। देश में जब सभी जानवरों की गितनी हो सकती है तो इंसान के जातियों की गितनी क्यों नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि हमने कभी संप्रदायिकता से समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आरएसएस की गोद में खेल रहे हैं। नीतीश कुमार की हमने कई बार मदद की, लेकिन वो किसी के नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार में 30 अक्टूबर को विधानसभा की दो सीटों कुशेश्वर स्थान और तारापुर पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा।
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