मामला बेअदबी से जुड़ा होने के संदेश, निहंगों पर हत्या का आरोप
प्रतीकात्मक चित्र |
सोनीपत/चंडीगढ़। कुंडली बॉर्डर पर 3 कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को करीब 11 महीने से चल रहे धरनास्थल की मुख्य मंच के पीछे बैरिकेड पर शुक्रवार सुबह एक व्यक्ति का शव लोहे के स्टैंड से बंधा मिला है। पुलिस की प्रथम दृष्टा जांच में सामने आया है कि उसके साथ मारपीट करने के बाद करीब 100 मीटर तक घसीट कर दाहिना हाथ काटकर मारा गया है। व्यक्ति का दाहिना हाथ बाजू से काटकर शव के साथ ही रस्सी से लोहे के स्टैंड से बांधा गया है। व्यक्ति के दोनों हाथों को बैरिकेड से रस्सी से बांधकर लटकाया गया है।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची कुंडली पुलिस ने शव को उतारने का प्रयास किया तो मौके पर मौजूद कुछ निहंगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। बाद में किसान नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने शव को लोहे स्टैंड से उतारकर सामान्य अस्पताल में भिजवा दिया है। इस घटना के लिए कथित रूप से निहंगों के एक समूह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक को सिखों की पवित्र किताब की बेअदबी के लिए सजा दी गयी है।
जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर के रूप में हुई है। 35 वर्षीय लखबीर सिंह 3 बेटियों का पिता था। फिलहाल उसकी पत्नी बेटियों सहित लखबीर से अलग रह रही थी। पता लगा है कि लखबीर सिंह जब करीब 6 माह का था तो हरनाम सिंह ने उसे गोद लिया था जबकि रिश्ते में हरनाम सिंह उसके फूफा हैं।
सोशल मीडिया में चल रहे वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि निहंग उस व्यक्ति से पूछ रहे हैं कि वह कहां से आया है। व्यक्ति को मरने से पहले पंजाबी में कुछ कहते हुए और निहंगों से माफ करने की गुहार लगाते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में दिखाई देता है कि निहंग लगातार उससे पूछ रहे हैं कि बेअदबी करने के लिए किसने उसे भेजा था। उनमें से एक व्यक्ति यह कहते सुनाई दे रहा है कि व्यक्ति ‘पंजाबी' है न कि बाहरी और इस मुद्दे को हिंदू-सिख का रंग नहीं दिया जाना चाहिए। जबकि अन्य धार्मिक नारे लगा रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है।
शुक्रवार सुबह कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच के पीछे बैरिकेड पर एक व्यक्ति का शव लटका मिला है। लोगों ने शव को देखकर मामले से पुलिस को अवगत कराया। सूचना के बाद कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर कुछ निहंगों ने हंगामा कर दिया। शव को उतारने नहीं दिया गया। बाद में किसान नेताओं ने शव को उतरवाया। जिसके बाद शव को सामान्य अस्पताल में भेजा गया है।
आरोपी निहंग एसकेएम के प्रदर्शन का हिस्सा नहीं : अभिमन्यु कोहर
वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगती सीमाओं पर तीन स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के साझा मंच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बताया कि इस नृशंस हत्या की जिम्मेदारी निहंगों के समूह ने ली है। उनका दावा है कि मृतक ने सिखों की पवित्र किताब सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी। वरिष्ठ किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने बताया कि निहंगों के समूह ने कथित तौर पर उस व्यक्ति की हत्या की है और वे एसकेएम के प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मृतक कुछ समय से निहंगों के उसी समूह के साथ रह रहा था।
पुलिस महानिरीक्षक, रोहतक रेंज, संदीप खिरवार ने फोन पर बताया, ‘‘हमने एक मामला दर्ज किया है और दोषियों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।'' उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के संबंध में प्रदर्शन स्थल के पास लोगों से पूछताछ करने की कोशिश की है। शुरुआत में कुछ लोगों ने इलाके में पुलिस के प्रवेश का विरोध किया और पुलिस के साथ सहयोग नहीं किया।
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के बारे में पूछे जाने पर सोनीपत के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत सिविल अस्पताल भेजा गया है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने चंडीगढ़ में बताया कि सोनीपत पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचते ही व्यक्ति की मौत हो गई। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘कुछ लोग वहां पर खड़े थे। जब पुलिस ने शव वहां से निकालने की कोशिश की गई तो उन्होंने प्रदर्शन किया। हालांकि थोड़ी कोशिश के बाद शव को सिविल अस्पताल लाया गया।''
एसकेएम ने एक बयान जारी कहा कि वह स्पष्ट करना चाहता है कि घटना में शामिल दोनों पक्षों, निहंगों के समूह और मृतक का संयुक्त किसान मोर्चा से कोई संबंध नहीं है। एसकेएम ने कहा कि किसानों का शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक प्रदर्शन किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करता है। एसकेएम ने कहा कि वह किसी भी धर्म के ग्रंथ या प्रतीक के अपमान के खिलाफ है लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। किसान निकाय ने कहा, ‘‘मौके पर मौजूद निहंग समूह ने घटना की जिम्मेदारी ली है और कहा कि यह इसलिए हुआ क्योंकि मृतक ने सरबलोह ग्रंथ की बेअदबी करने की कोशिश की थी।''
एसकेएम ने मांग की कि हत्या और बेअदबी के पीछे की साजिश की जांच के बाद दोषियों को कानून के तहत सजा दी जानी चाहिए। संगठन ने कहा, ‘‘हमेशा की तरह संयुक्त किसान मोर्चा किसी भी कानूनी कार्रवाई में पुलिस और प्रशासन का सहयोग करेगा।''
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