बिहार : कांग्रेस-राजद में बढ़ी तकरार, महागठबंधन टूटने के आसार


पटना। बिहार के विपक्षी महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और विधानसभा चुनावों में अनुमान से कहीं बेहतर प्रदर्शन करने के करीब एक साल बाद ही यह टूटने की कगार पर पहुंच गया है। पिछले साल राज्य विधानसभा चुनाव में पांच पार्टियों का विपक्षी गठबंधन बहुमत से सिर्फ 10 सीट दूर रहा था। 

कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उनकी इस घोषणा से लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल चकित रह गयी। राजद पर कनिष्ठ सहयोगी ने गठबंधन 'धर्म' का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। राजद के राज्य अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अविश्वास व्यक्त करते हुए प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, 'जब आम चुनाव 2024 में होने हैं, तो लोकसभा चुनाव के बारे में अभी बात करने का क्या तुक है।' 


दास से यह सवाल भी किया गया कि क्या वह व्यक्तिगत राय प्रकट कर रहे हैं या पार्टी हाईकमान के विचारों को रख रहे हैं, क्योंकि माना जाता है कि लालू प्रसाद के गांधी परिवार के साथ अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं विवाद में नहीं पड़ना चाहता... लेकिन कृपया यह समझें कि एआईसीसी का प्रभारी ऐसी बात नहीं कह सकता जो पार्टी की आधिकारिक लाइन से अलग हो।' 

महागठबंधन के अंदर तकरार काफी बढ़ गया प्रतीत होता है। अगले हफ्ते दो विधानसभा क्षेत्रों- तारापुर और कुशेश्वर स्थान में उपचुनाव होने हैं। राजद ने कांग्रेस को विश्वास में लिए बिना दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। कुछ दिनों की चुप्पी के बाद, कांग्रेस ने पलटवार करते हुए दोनों सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा कन्हैया कुमार को पार्टी में शामिल किए जाने के बाद तकरार बढी है, क्योंकि माना जाता है कि उनकी तेजस्वी यादव से ‘प्रतिद्वंद्विता' है। 

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