प्रतीकात्मक चित्र |
उज्जैन/मध्य प्रदेश। जबरिया सरोगेसी का एक अनोखा मामला सामने आया है। हालाकि इसमें कोई मेडिकल मदद नहीं ली गई है। पूरा मामला जबरिया बच्चा पैदा कराने के लिये महिला से रेप किया और प्रसव के बाद बेहोशी की हालत में छोड़ दिया। नागपुर निवासी 21 वर्षीय एक युवती को कथित तौर पर बंधक बनाकर उससे बच्चा पैदा करने के मामले में पुलिस ने मध्य प्रदेश के उज्जैन जिला निवासी एक दंपति सहित 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला ने शुक्रवार को बताया कि नागपुर निवासी युवती को 16 माह तक बंदी बनाकर रखने, उसके साथ बलात्कार करने और उसे बच्चा पैदा करने के लिए विवश करने के आरोप में जिले के काठ बड़ौदा गांव के पूर्व उपसरपंच राजपाल सिंह (38), उसकी पत्नी चंद्रकांता (26), उसके रिश्तेदार वीरेंद्र, कृष्णपाल और दलाल के रूप में काम करने वाले अर्जुन नामक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी राजपाल को गिरफ्तार कर लिया है।
अधिकारी ने कहा कि मामला तब सामने आया जब राजपाल ने छह नवंबर को पीड़ित महिला को उज्जैन शहर के देवास गेट बस अड्डे पर बेहोशी की हालत में छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि होश में आने के बाद पीड़िता ने बृहस्पतिवार को पुलिस को आपबीती सुनाई और शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि राजपाल ने एक महिला की मदद से 16 महीने पहले पीड़िता को खरीदा था और उसे उज्जैन लाया था।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अपने दोनों बच्चों की मौत होने और पत्नी की नसबंदी होने के कारण राजपाल तथा उसकी पत्नी ने पीड़िता से बच्चा पैदा कराने के लिए यह साजिश रची थी। उन्होंने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि इसके लिए दंपति ने पीड़िता को बंदी बना लिया और उससे बच्चा पैदा करने के लिए उसके साथ राजपाल ने बलात्कार किया।
उन्होंने बताया कि पीड़िता ने 25 अक्तूबर को एक बच्चे को जन्म दिया जिसके बाद दंपति ने 6 नवंबर को इस महिला को बस अड्डे पर छोड़ दिया। अधिकारी ने कहा कि राजपाल ने पीड़िता की किस तरह खरीद-फरोख्त की, इसकी जांच के लिए पुलिस का एक दल नागपुर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले में शेष चार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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