सीधी। जिले के एक गांव की एक आदिवासी महिला ने एक तेंदुए से लड़ते हुए उसके पंजे से अपने 8 साल के बच्चे को छुड़ा लिया। एक वन अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक ट्वीट कर महिला के इस साहसिक कार्य की सराहना की। घटना रविवार रात को सीधी जिले के संजय बाघ अभयारण्य के बफर जोन के बड़ी झरिया गांव में हुई।
निदेशक वाईपी सिंह ने कहा कि बैगा जनजाति की महिला किरण अपने 3 बच्चों के साथ अपनी झोंपड़ी के बाहर आग तापने के लिए बैठी थी, तभी अचानक एक तेंदुआ उसके बगल में बैठे 8 साल के बेटे राहुल को जबड़े में पकड़ कर जंगल की ओर भाग निकला। उन्होंने बताया कि महिला ने साहस एवं समझदारी से काम लेते हुए करीब एक किलोमीटर तक जंगल में तेंदुए का पीछा किया। किरण ने भी हार नहीं मानी और वह डंडे से तेंदुए को डराने की कोशिश करते हुए शोर मचाती रही।
अधिकारी ने कहा, ‘तेंदुआ शायद डर गया और बच्चे को वहीं छोड़ दिया। किरण ने तुरंत बेटे को गोद में लिया लेकिन तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। हालांकि बेटे को बचाते हुए किरण ने बड़े साहस के साथ तेंदुए पर काबू पा लिया। इस दौरान अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और तेंदुआ भाग गया।'
उन्होंने कहा कि लड़के की पीठ, गाल और आंखों पर चोटें आई हैं और हमले में उसकी मां भी घायल हो गई है। बफर जोन के रेंजर असीम भूरिया ने कहा कि दोनों घायलों का उपचार वन विभाग द्वारा कराया जाएगा।
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