मण्डला : महिलाओं को बकरीपालन प्रशिक्षण से प्रेरणा और हिम्मत मिली



मण्डला। संस्था द्रोणाचार्य शिक्षण समिति द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के आजीविका उद्यम विकास कार्यक्रम अंतर्गत मंडला जिले के मोहगांव विकासखण्ड के ग्राम झीना, पलहेरा और चोगान के स्व-सहायता समूहों की 150 सदस्यों को बकरी पालन हेतु प्रशिक्षण देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। 

15 सदस्यों का भ्रमण कार्यक्रम ब्लॉक नारायणगंज के फार्म मंडला गोट फार्म में आयोजित किया गया। गोट फार्म के संचालक श्री धुर्वे जो कि खुद एक सफल उद्यमी हैं के द्वारा बहुत ही सरल भाषा में बकरी पालन को एक व्यवसाय के रूप् में कैसे किया जाए जैसे कि बकरी की खरीदी के समय ली जाने वाली सावधानियाँ, स्वास्थ्य एवं उपयोगी बकरियों का चयन, आवास प्रबंधन एवं फार्म उपकरण, बकरी की बिक्री एवं मार्केटिंग तथा फार्म प्रबन्धन क्रियाकलाप एवं उसके लाभ के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इस परियोजना के शुरुआत में सभी 150 सदस्यों को मंडला पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। 

इसके बाद संस्था द्वारा आजीविका मिशन के सहयोग से सभी समूहों को बैंक ऑफ महाराष्ट्र से सीसीएल ऋण दिलाया गया जिससे कि सदस्यों ने 2 से 3 बकरियाँ अपने ग्राम स्तर पर ही खरीद कर बकरी पालन शुरू किया। अब इन सदस्यों को बैंक सीसीएल अथवा मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक और नाबार्ड के जेएल कार्यक्रम के माध्यम से अधिक ऋण लेकर बकरियों की संख्या बढ़ाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।  

प्रशिक्षण से प्रेरणा और हिम्मत मिली
बकरी पालन के तहत प्रशिक्षण के पश्चात भगवती पन्द्रो ग्राम पलेहरा ने बताया कि हम बकरी पालन तो कर रहे पर अभी यह छोटे स्तर पर है। प्रशिक्षण के पश्चात हमें इसे व्यवसाय की तरह अपनाने हेतु प्रेरणा एवं हिम्मत मिली है और अब हम 3 से 4 बकरियों की जगह 15 से 20 बकरियों के साथ बकरी पालन करने के लिए सक्षम हैं। भ्रमण के दौरान संस्था द्रोणाचार्य शिक्षण समिति से राजूलाल यादव और सतीश कुमार मोंगरे उपस्थितरहे।

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