भोपाल। हिमाचल प्रदेश, जम्मू काश्मीर व उत्तराखंड में हिमपात के कारण मध्यप्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अगले चौबीस घंटों के दौरान शीतलहर चलने के आसार हैं।
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि प्रदेश के कई स्थानों पर पिछले चौबीस घंटों के दौरान हुई हल्की वर्षा के बाद ठंड के बीच अब हिमाचल प्रदेश सहित जम्मू काश्मीर व उत्तराखंड में हुई वर्षबारी का असर अब प्रदेश में पड़ने वाला है। इससे राज्य में अधिकांश स्थानों पर शीतलहर की संभावना है।
उन्होंने बताया कि राज्य के रायसेन, धार, सिवनी, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, छतरपुर एवं सागर जिले में कहीं-कहीं शीतलहर चलने का अनुमान है। इन स्थानों पर ऐसी स्थिति कम से कम दो दिन तक रह सकती है।
उन्होंने बताया कि शीतलदिन रहने वाले जिलों में सागर संभाग के जिलों के अलावा धार, खंडवा, खरगौन, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन, भोपाल, रायसेन, सीहोर, बैतूल, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, रीवा, सतना, गुना एवं दतिया है। शीतलदिन का असर इन स्थानों पर कम से कम दो दिन तक बना रह सकता है।
श्री साहा ने बताया कि राज्य के सागर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से घना कोहरा देखा जा सकता है। यह स्थिति रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, भोपाल, जबलपुर, रीवा एवं सतना जिलों में देखा जा सकता है। वहीं प्रदेश के ग्वालियर, छतरपुर और दतिया जिलों में पाला पड़ने की संभावना है।
श्री साहा ने बताया कि करीब 2 जनवरी तक एक पश्चिमी विक्षोप के सक्रिय होने का अनुमान है। इसके असर से राज्य में ठंड में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
राज्य में बीते चौबीस घंटों के दौरान शहडोल, जबलपुर, रीवा एवं होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं दर्ज की गई तथा शेष संभागों के जिलों में मौसम शुष्क बना रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रायसेन, धार, ग्वालियर एवं गुना जिले में दर्ज किया गया।
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