अस्पताल निर्माण में लाखों रुपए खर्च पर, मरीजों की नब्ज टटोलने वाला एक भी डॉक्टर नहीं
बरगी नगर। बरगी विधायक संजय यादव द्वारा लगातार प्रयास कर लाखों रुपए का फंड देकर अस्पताल का जीर्णोद्धार और तमाम संसाधन तो अस्पताल के लिए जुटा दिए पर जिले में बैठे आला अधिकारी इस अस्पताल को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक अदद डॉक्टर तक मुहैया नहीं करा सके। बरगी नगर अस्पताल में डॉक्टरों की मुंह दिखाई के लिए आम जनता तरस रही है। जिसकी वजह से ग्रामीणों की नब्ज टटोलने वाला भी यहां कोई नहीं है। आज भी ग्रामीणों को हर छोटी बड़ी समस्या के लिए जबलपुर ही भागना पड़ रहा है।
अस्पताल बन गया टीकाकरण केंद्र
बरगी खंड चिकित्सा अधिकारी के अंतर्गत आने वाला यह अस्पताल महज खानापूर्ति करने का साधन बन गया है। अस्पताल सिर्फ टीकाकरण के लिए खुलता है और शाम 3 बजे तक औपचारिकता पूरी करने के बाद बंद हो जाता है ना यहां से ग्रामीणों को कोई इलाज मिल रहा है ना ही यहां पर लंबे समय से किसी डॉक्टर की पदस्थापना हुई है। कोरोना काल में 2 माह के लिए अस्थाई रूप से चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, सफाई कर्मी, तथा अन्य आवश्यक स्टाफ की नियुक्ति की गई थी पर फिर स्थिति जस की तस हो गई है
धूल खा रही लैब की अत्याधुनिक मशीनें
बरगी नगर अस्पताल में विभिन्न प्रकार की नि:शुल्क पैथोलॉजी जांच कराने की मंशा से विधायक द्वारा अत्याधुनिक मशीनें उपलब्ध कराई गई थीं, पर लैब टेक्नीशियन की अनुपलब्धता की वजह से यह मशीनें धूल खा रही हैं और ग्रामीणों को जांच कराने के लिए बरगी तथा जबलपुर के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक यहां पूर्व में एक लैब टेक्नीशियन की पदस्थापना थी जिस समय यह अस्पताल सिंचाई विभाग संचालित करता था। गौरतलब है कि वह लैब टेक्नीशियन तो अभी भी यहां पर पदस्थ हैं पर रिटायरमेंट की कगार पर पहुंचने तथा लंबे समय से ट्रेनिंग और रिफ्रेश कोर्स ना कर पाने के कारण उन्हें अनुपयोगी ही माना जाता है ना ही वे स्वयं इंटरेस्ट लेते हैं और ना ही विभाग उन्हें नए सिरे से ट्रेनिंग देकर काम सौंपने की जिम्मेदारी ही दे रहा है। जिसकी वजह से संसाधनों से लैस बरगी नगर अस्पताल की पैथोलॉजी लैब सफेद हाथी साबित हो रही है
अप डाउन कर रहे सारे कर्मचारी
बरगी नगर अस्पताल में सिंचाई विभाग के समय के 4 कर्मचारी यहां मौजूद हैं जो कि अपने मुख्यालयों पर रहते हैं। पर चार अन्य कर्मचारी जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां पदस्थ किए गए हैं। उनमें से एक सीएचओ. एक एमपीडब्ल्यू तथा एक एएनएम रोज अप डाउन करके अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रहे हैं।
आदेश के बाद भी नहीं आ रहे चिकित्सक
जानकारी के मुताबिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगी में पदस्थ दो महिला चिकित्सकों डॉ. दीपाली पारके को सोमवार मंगलवार बुधवार तथा डॉ. गुप्ति मार्को सिंह को गुरुवार शुक्रवार तथा शनिवार को बरगी नगर अस्पताल में बैठने के लिए आदेशित किया गया था पर स्थानीय नगर वासियों का कहना है कि डॉक्टर एक भी दिन अस्पताल में सेवाएं नहीं दे रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि चिकित्सकों में किस हद तक मनमानी का आलम है। सूत्रों का कहना है जबकि चिकित्सकों को 29.10 2021 को यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए दिया गया था।
इस संबंध में हमने बरगी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा से बात करने का प्रयास किया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया
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