चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में कांग्रेस चुनावी फसल नहीं काट पाई है, वहीँ आप ने भी कांग्रेस के हाथों से तोते उड़ा दिए हैं। स्थानीय निकाय चुनाव परिणाम उस समय आया हैं, जब राहुल गांधी पंजाब चुनावों के लिए अपना प्रचार अभियान 3 जनवरी को मोंगा से शुरू करने जा रहे हैं।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि पार्टी आलाकमान ने राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू से पार्टी के खराब प्रदर्शन पर रिपोर्ट मांगी है। कांग्रेस को अब डर सताने लगा है कि जिस पंजाब में पार्टी सत्ता में वापसी की आस लगाए बैठी थी उसे ज़ोर का झटका लग सकता है।
पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता मान रहे हैं कि नवजोत सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फ़ैसला गलत था। दरअसल सिद्धू और मुख्यमंत्री चन्नी के बीच मतभेद भी पार्टी के खराब प्रदर्शन का बड़ा कारण बताया जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने 14 सीटें जीत कर जो शुरुआत की है उससे कांग्रेस सदमे में है।
पार्टी को आशंका है कि 12 किसान संगठन अगर आप के साथ हाथ मिला लेते हैं तब कांग्रेस हाशिये पर आ जायेगी। चुनाव परिणामों में भाजपा के दूसरे स्थान पर आना भी चौकाने वाली है क्योंकि पंजाब चुनावों में भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंद्र सिंह के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतर रही है।
भाजपा का हालांकि पंजाब में कोई बड़ा वजूद नहीं रहा है लेकिन चंडीगढ़ के चुनावी नतीजों ने नये समीकरणों के संकेत देकर कांग्रेस के हौसले को कमजोर कर दिया है ,नतीजा मनीष तिवारी सहित अनेक पार्टी नेता अब पंजाब को लेकर आक्रामक हो गये है।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में सोमवार को वोटों की गिनती जारी रहने के बीच आम आदमी पार्टी (आप) 35 में से 14 वार्डों में जीत हासिस की है। पिछले नगर निगम सदन में बहुमत हासिल करने वाली भाजपा इस बार 12 वार्डों में जीत हासिल कर दूसरे नंबर पर रही जबकि कांग्रेस के हिस्से आठ सीटें और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के हिस्से एक सीट आई है। चंडीगढ़ के मौजूदा महापौर एवं भाजपा प्रत्याशी रविकांत शर्मा को आप के प्रत्याशी दमनप्रीत सिंह के हाथों हार मिली है। शर्मा वार्ड संख्या 17 पर 828 मतों के अंतर से सिंह से हार गए।
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