भोपाल। मध्यप्रदेश पंचायत चुनाव रद्द हो चुके हैं। सरकार ने चुनाव से संबंधित अध्यादेश वापस ले लिया, जिस पर राज्यपाल की मुहर लगने के बाद निर्वाचन आयोग ने भी चुनाव निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया। बता दें कि मध्यप्रदेश में चुनाव रद्द होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने एक बड़ा फैसला लिया है कि अब प्रदेश में रिवाइज्ड वोटर लिस्ट के आधार पर पंचायत चुनाव होंगे।
कांग्रेस ने चुनाव टालने का एक कानूनी पेंच बताया
इस बीच मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव पर जारी सियासत के बीच नए सिरे से पंचायत चुनाव कराने के लिए तैयारी एक बार फिर शुरू हो गई हैं। वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने इसका विरोध किया है और इसे चुनाव टालने का एक कानूनी पेंच बताया है।
कांग्रेस नेता विवेक तन्खा का आरोप
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इसे सरकार का अविश्वसनीय कदम बताया है, कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा है कि कमलनाथ सरकार द्वारा परिसीमन और विभाजन को पूरा किया गया था, उसे एक बार फिर रद्द करके यह अध्यादेश सीधे-सीधे पंचायत चुनावों में देरी करने का कानूनी पेच है।
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