बाघों को रैबीज का खतरा, मवेशियों और कुत्तों का होगा टीकाकरण

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों के संरक्षण के लिए मवेशियों का टीकाकरण 14 जनवरी से

पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापना योजना अंतर्गत बाघों के संरक्षण के लिए पार्क परिधि से 5 किलोमीटर दूरी तक बसे 79 ग्रामों के मवेशियों में एचएस, बीक्यू और एफएमडी बीमारियों की रोकथाम के लिए14 जनवरी से 18 मई तक टीकाकरण किया जाएगा।

पन्ना, छतरपुर व दमोह जिले के बफर क्षेत्र में भी होगा टीकाकरण 

पन्ना टाइगर रिजर्व के पन्ना जिला अंतर्गत पन्ना कोर एरिया, पन्ना बफर एरिया, हिनौता, गहरीघाट, मड़ला, पन्ना (गंगऊ) अभयारण्य और अमानगंज बफर परिक्षेत्र, छतरपुर जिला अंतर्गत चन्द्रनगर कोर व बफर तथा किशनगढ़ बफर परिक्षेत्र व दमोह जिला अंतर्गत मड़ियादो परिक्षेत्र के ग्रामों में टीकाकरण होगा।

कुत्तों का भी होगा टीका  

पन्ना टाइगर रिजर्व के उप संचालक ने बताया कि पार्क परिधि से सटे ग्रामों के कुत्तों में कैनाइन डिस्टेम्पर और अन्य 7 बीमारियों की रोकथाम के लिए भी आगामी 7 जनवरी से 1 फरवरी तक टीके लगाए जाएंगे। टीके की बूस्टर डोज 2 से 23 फरवरी तक लगाई जाएगी। कुल 14 ग्रामों में कुत्तों का टीकाकरण होगा। इनमें अकोला, अमझिरिया, बांधी, बराछ, झलाई, जरधोबा, इटवां, जनवार, रमपुरा, तारा, विक्रमपुर, डोभा, धनगढ़ और मनकी शामिल है।

बाघों को रैबीज का खतरा 

पन्‍ना टाइगर रिजर्व में लगभग आठ वर्ष पूर्व कोर क्षेत्र में स्थित गांव के पागल कुत्ते के द्वारा एक बाघ को काटने की घटना प्रकाश में आई थी। इस घटना के बाद इस बात का डर पार्क प्रबंधन में फैल गया था कि कहीं बाघ को रैबीज ना हो जाए, जिस घटना के बाद से पार्क प्रबंधन द्वारा टीकाकरण का कार्यक्रम और तेजी से शुरू किया। साथ ही बफर क्षेत्र से लगे हुए गांव में भी टीकाकरण कार्य पशुओं के साथ-साथ कुत्तों को भी किया जाना लगा।

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