नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग ने रैलियों और जनसभाओं पर लगी रोक को एक हफ्ते तक बढ़ा दिया है। चुनाव आयोग के फैसले के अनुसार, अब 31 जनवरी तक रैलियों, रोड शो और जुलूस पर पाबंदी रहेगी। हालांकि इसके साथ ही कुछ छूट भी दी गई हैं। डोर टू डोर कैंपेन के लिए अब 5 लोगों की जगह 10 लोग शामिल हो सकते हैं। हालांकि आयोग के द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है।
चुनावी सभाओं में 300 की जगह अब 500 लोग हिस्सा ले सकते हैं। पहले चरण के मतदान के लिए राजनीतिक दलों या फिर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की सार्वजनिक बैठकों के लिए 28 से छूट दी गई है। जबकि दूसरे चरण के लिए 2 फरवरी से छूट मिलेगी। खुले स्थानों पर प्रचार के लिए वीडियो की इजाजत है।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए रैलियों और रोड शो पर लगाया गया प्रतिबंध जारी रहना चाहिए या नहीं इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने शनिवार को डिजिटल बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, विशेषज्ञों, चुनाव वाले पांच राज्यों और संबंधित राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों से परामर्श के बाद यह फैसला किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होने हैं। यहां पहला चरण 10 फरवरी से शुरू होगा। जबकि सात मार्च को आखिरी चरण के लिए वोटिंग होगी। वहीं उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा। जबकि पंजाब में 20 फरवरी को वोटिंग होगी। मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 27 फरवरी को होगा और दूसरे चरण के लिए 3 मार्च को वोटिंग होगी। जबकि सभी पांचों राज्यों के चुनाव परिणाम 10 मार्च को आएंगे।
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