कर्नाटक सत्तारूढ़ भाजपा में हड़कंप, विधायक यतनाल बोले- कई मंत्री और विधायक बदल सकते हैं पाला


बेंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 2023 में है। कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के बयान से सियासी हड़कंप मच गया है। राज्य में चुनाव की घोषणा के बाद मौजूदा कैबिनेट मंत्री और कई विधायक कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विपक्षी नेता सिद्धारमैया ने यतनाल के बयान का समर्थन किया है। दोनों नेताओं ने कहा कि वास्तव में वर्तमान मंत्रियों सहित भाजपा विधायक उनके संपर्क में हैं। भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पार्टी मामले को लेकर संजीदगी से काम कर रही है।

यतनाल ने कहा कि इन नेताओं में खासकर वे शामिल हैं, जिन्होंने दूसरी पर्टी छोड़कर भगवा दल का दामन थामा है। हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि दूसरी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सभी लोग वफादार नहीं हैं। भाजपा विधायक और वरिष्ठ नेता राज्य में चार रिक्त पदों के लिए तत्काल मंत्रिमंडल विस्तार की मांग कर रहे हैं।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि हालांकि आलाकमान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में चुनाव और आगामी बजट सत्र की तैयारियों में व्यस्त है, लेकिन वह कर्नाटक में हो रहे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है। विधायक यतनाल ने कहा है कि कांग्रेस और जदएस से आए भाजपा के मंत्री चुनाव के समय छोड़ देंगे और कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।

वर्ष 2023 में जब राज्य विधानसभा चुनाव का ऐलान होगा, तब ये नेता पाला बदल लेंगे। यतनाल ने यह भी जोड़ा कि केंद्रीय नेतृत्व इस बात से अवगत है कि कौन विधायक पार्टी छोड़ेगा और कौन नहीं, प्रधानमंत्री भी इससे अवगत हैं और वह उचित कदम उठाएंगे।

जिला प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर कोई अंसतोष नहीं : बोम्मई
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को दावा किया कि जिला प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर उनके मंत्रिमंडल में कोई असंतोष नहीं है। उन्होंने कहा कि इन नियुक्तियों से पहले और बाद में उनसे (मंत्रियों) बात की गई थी। मुख्यमंत्री का बयान ऐसे समय आया है जब कुछ मंत्रियों को गृह जिले का प्रभार नहीं मिलने पर खुलकर नाराजगी व्यक्त करने से रोका गया है।


बोम्मई ने कहा, ‘‘ मैंने जिला प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति करने से पहले सभी (मंत्रियों)से बात की और नियुक्ति के बाद भी चर्चा की। यह हमारी पार्टी की राष्ट्रीय नीति है कि मंत्रियों को अन्य जिलों का प्रभारी बनाया जाना चाहिए, न कि अपने जिले का।’’ यहां पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सभी से विस्तृत चर्चा करने के बाद यह नियुक्तियां की गई हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने भी किसी तरह का असंतोष व्यक्त नहीं किया है, ऐसी कोई बात नहीं है... मैंने सभी मंत्रियों से बात की है, असंतोष का कोई सवाल नहीं है। हम सभी एकजुट हैं और जनता के लिए काम करने का फैसला किया है एवं हम उस दिशा में काम कर रहे हैं...मनमुटाव या असंतोष की चर्चा सच्चाई से परे है।’’


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