नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीयों को लेकर एअर इंडिया का विमान रविवार तड़के यहां हवाई अड्डे पर पहुंचा। स्वदेश पहुंच कर इन लोगों ने राहत की सांस ली है। रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 250 लोगों को लेकर भारत पहुंचे विमान से महाराष्ट्र के सोलापुर की सूर्या सुभाष भी लौटी हैं। वह कहती हैं कि लंबी यात्रा के बाद वह अपने देश पहुंच कर राहत महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘वहां (यूक्रेन) हालात बेहद खराब हैं। लोग फंसे हुए हैं।'
यूक्रेन से वापस लौटे छात्र राहत की सांस तो ले रहे हैं लेकिन कुछ छात्र अपनी आगे की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। ‘बोकोवीनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी' में एमबीबीएस के चौथे वर्ष के छात्र विपिन एड ने बताया कि उन्हें और उनके दोस्तों को शुक्रवार को यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर करीब 12घंटे तक इंतजार करना पड़ा, क्योंकि एक लंबी प्रकिया पूरी की जानी थी। विपिन केरल के तिरुवनंतपुरम से हैं और कहते हैं कि उन्हें सीमाई इलाके की करीब पांच किलोमीटर की यात्रा पैदल करनी पड़ी क्योंकि वाहनों की लंबी कतारों से जाम लग गया था।
यूक्रेन से स्वदेश लौटने वालों में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक और केरल जैसे विभिन्न राज्यों के लोग हैं। इन लोगों ने उन्हें सुरक्षित निकालने और उनकी जान बचाने के लिए भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया।
चेरनिवसी के बोकोवीनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष की छात्रा सुष्मिता राठौर ने कहा, ‘यूक्रेन में हालात अच्छे नहीं है। हम अपनी पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। लेकिन वापस आकर अच्छा लगा। मुझे वापस लाने के लिए मैं सरकार को धन्यवाद देती हूं।' एक अन्य छात्रा श्रद्धा शेट्टे ने सरकार से यूक्रेन में फंसे शेष भारतीय छात्रों को वापस लाने का आग्रह किया।
गौरतलब है कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने 24 फरवरी को कहा था कि यूक्रेन में करीब 16,000 भारतीय फंसे हैं जिनमें से अधिकतर छात्र हैं। भारत ने यूक्रेन में रूसी सेना के आक्रमण के बीच वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए शनिवार को अभियान शुरू किया। पहली निकासी उड़ान एआई1944 से बुखारेस्ट से 219 लोगों को मुंबई लाया गया।
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