बालाघाट : भ्रष्टाचार का कोरोना फैला रहे नगर परिषद के कर्मचारी

रोको-टोको अभियान बना नगर परिषद के कर्मचारियों की कमाई का जरिया
चालानी कार्यवाही में रसीद दे रहे 100 रू. की और वसूली कर रहे 200 की
लांजी/बालाघाट। शासन का रोको-टोको अभियान अब अवैध वसूली का जरिया बनता जा रहा है, जहां बिना मास्क घूमने वालों को रोककर नियम विरुद्ध वसूली की जा रही है। इस बात के गवाह खुद इसका शिकार होने वाले राहगीर हैं, जिनके मुताबिक, नगर परिषद के कर्मचारी शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर खड़े होकर रोको-टोको अभियान की आड़ में बिना मास्क वाले लोगों को पकड़कर 100 रुपए की पर्ची देकर 200 रुपए की उगाही कर रहे हैं। नगर परिषद के कर्मचारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि कई बार लोगों से मनमाफिक चालान वसूलकर उन्हें बिना पर्ची दिए ही जाने कहने की हिमाकत दिखा रहे हैं। कर्मचारियों की इस अवैध और नियम विरुद्ध वसूली से लांजी की जनता परेशान और आक्रोशित हो चुकी है। कुछ लोगों ने नगर परिषद के कर्मचारियों की इस दादागिरी को सोशल मीडिया पर साझा कर दिया है, ताकि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और लोगों को मास्क की अहमियत बताने वाले अभियान को पलीता लगाने वाले कर्मचारियों पर नकेल कसी जा सके।

नगर परिषद के कर्मचारी कर रहे अवैध वसूली : दिनेश बुडावने
वहीं इस मामले में लांजी के बोलेगांव निवासी दिनेश बुढ़ावने ने बताया कि शासन द्वारा कोरोना कि तीसरी लहर को देखते हुए आम जनों से सामाजिक दूरी और मास्क का पालन करवाने के लिये निर्देश जारी किये गए हैं। लेकिन नगर परिषद लांजी द्वारा रोकों टोको अभियान के तहत मास्क न पहनने वालों से सरकारी रसीद के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। उन्होने बताया प्रतिदिन नगर परिषद के कर्मचारी लोगों से मास्क न पहनने के लिए चालानी कार्यवाही कर रहे हैं लेकिन चालान के नाम पर जो राशि वसूल कि जा रही है उतनी ही राशि की रसीद उन्हें नहीं दी जा रही हैं। उन्होने बताया कि पिछले दिनों लांजी में इन कर्मचारियों द्वारा उन्हें बिना मास्क पहने घूमने पर चालानी कार्यवाही की और 200 रू. ले लिये और बाद में 100 रू. की रसीद थमा दी। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि नगर में होने वाली चालानी कार्यवाही भी अब नगर परिषद के कर्मचारियों का कमाई का जरिया बन चुकी है।

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