बालाघाट : सर्व ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष राजेश पाठक को सभी ब्राम्हणों का समर्थन


ब्राम्हण समाज को विभाजित करने का प्रयास नहीं होगा सफल : पं. कुंदन मिश्रा
बालाघाट। जिले में सर्व ब्राम्हण समाज को पुष्पित और पल्लवित करने ब्राम्हण समाज को एकता के सूत्र में पिरोने जो सूत्रधार की भूमिका हमने और स्व. पं. नरेन्द्र मिश्रा ने निभाकर सामाजिक बीज बोया था, आज वह वटवृक्ष के रूप में सर्व ब्राम्हण समाज अध्यक्ष पं. राजेश पाठक के नेतृत्व में सामाजिक लोगों को छांव देने और जिले में विप्रकुल समाज की प्रतिष्ठा को अक्षुण्ण रखने में अपना योगदान दे रहा है, लेकिन समाज को विभाजित करने का कतिपय प्रयास किया जा रहा है, जो न केवल विप्रकुल समाज के लिए ठीक नहीं है बल्कि विभाजित करने वालों की मंशा भी कभी सफल नहीं होगी। यह बात विप्रकुल परिषद अध्यक्ष एवं विभिन्न संगठनों का नेतृत्व कर उसे गति देने वाले पं. कुंदन मिश्रा ने प्रेस को जारी बयान में कही।

उन्होने कहा कि सर्व ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष के रूप में पं. राजेश पाठक को जिले के सभी ब्राम्हणों का विश्वास एवं समर्थन है। जिन्होंनें समाज के गौरव को समर्पण एवं निष्ठा के साथ उच्च स्थान पर स्थापित करने का अमूल्य योगदान दिया है। यह सवाल जरूर चिंनतीय एवं विचारणीय है कि ब्राम्हण समाज के विभाजन से अन्य समाजों में क्या संदेश जायेगा? जो विप्रकुल समाज, अन्य समाजों से आगे माना जाता है, उस विप्रकुल समाज को विभाजित करना ना केवल दुर्भाग्यजनक है बल्कि निंदनीय भी है।

विप्रकुल परिषद अध्यक्ष पं. कुंदन मिश्रा ने कहा कि जिस विप्रकुल समाज को साथ लेकर सर्व ब्राम्हण समाज के रूप में हमने खड़ा किया था, उस समाज को आगे बढ़ाने में वर्तमान अध्यक्ष पं. राजेश पाठक ने अपना सबकुछ समर्पण किया। जो समाज आज प्रदेश के महाकौशल में अपनी एक अलग पहचान रखता है। जिसकी समाज की कार्यो की सराहना करते लोग नहीं थकते है, आज उस समाज को विभाजित करने का सोचना भी, घृणास्पद है। समाज को विभाजित करने का जो कुत्सित और षडयंत्रकारी प्रयास किया जा रहा है, यह प्रयास राजनैतिक कुत्सित मनोदशा से प्रेरित मालूम होता है, जो कभी फलीभूत नहीं होगा। विप्रकुल ब्राम्हण समाज एक प्रबुद्ध, ज्ञानवान, संस्कारवान और बौद्धिक संपदा का भंडार है, वह देख रहा है और समझ रहा है कि आखिर कौन सा झुंड है, जो सिंह की गर्जना को दबाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन यह गर्जना दबेगी नहीं बल्कि और तीव्रवेग से समाज की भलाई के लिए दहाड़ेगी।

अध्यक्ष श्री पं. मिश्रा ने कहा कि विप्रकुल ब्राम्हण समाज को अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में निरंतर प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए संकल्पित पं. राजेश पाठक के कार्य, कतिपय स्वार्थी तत्वो के निज स्वार्थो पर आघात है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर समाज समयानुकुल जवाब देगा। क्योंकि जिले में अन्य जातिगत संगठनों का एक ही संगठन कार्यरत है अन्य कोई संगठन नहीं है।

विप्रकुल परिषद अध्यक्ष पं. कुंदन मिश्रा सहित सर्व ब्राम्हण समाज पदाधिकारी पं. अजय मिश्रा, पं. अशोक दुबे, पं. अशोक मिश्रा, पं. अनुज तिवारी, पं. राजेश दुबे, पं. अखिल त्रिवेदी, पं. ललित दुबे, पं. अन्नपूर्णा तिवारी सहित विप्रकुल सर्व ब्राम्हण समाज से जुड़े लोगों ने समाजहित में अपील जारी करते हुए कहा कि कतिपय संगठन को नजरअंदाज कर सर्व ब्राम्हण समाज के साथ जुड़कर समाजहित में काम करें, ताकि समाज को विभाजित करने वालों को सबक मिल सके।

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