कीव। यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस की गोलाबारी में 3 यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गयी जबकि 2 सैनिकों के घायल होने का समाचार है। यह जानकारी यूक्रेन की सरकारी परमाणु कंपनी ने दी।
उल्लेखनीय है कि सुबह रूसी हमले में परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गयी थी जिस पर बाद में काबू पा लिया गया था। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया है कि यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र में रूस की गोलाबारी से लगी आग को बुझा दिया गया है। अब संयंत्र में आग लगने के बाद वहां से विकिरण फैलने का खतरा टल गया है।
उल्लेखनीय है कि संयंत्र के प्रवक्ता एन्ड्री तुज ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया था कि गोले सीधे प्रतिष्ठान पर गिर रहे थे और इससे 6 रिएक्टर में से एक में आग लग गयी। हालांकि इस रिएक्टर में मरम्मत का काम चल रहा था और यह बंद था,लेकिन इसके अंदर परमाणु ईंधन मौजूद था। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्वीट किया था कि अग्निशमन दस्ता वहां नहीं पहुंच पा रहा है क्योंकि उन्हें गोली मारी जा रही है। विदेश मंत्री ने रूस से हमले रोकने और अग्निशमन दल को अंदर जाने देने की अपील की थी।
अमेरिकी परमाणु सोसाइटी ने हमले की निंदा की है। अमेरिकी परमाणु सोसाइटी ने अध्यक्ष स्टीवन नेस्बिट और कार्यकारी निदेशक तथा सीईओ सी पर्सी की ओर से जारी बयान में कहा,‘‘ यूक्रेनी जनता के जीवन में असली खतरा, हिंसक आक्रमण और देश पर हो रही बमबारी से है।'' इसबीच राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में हथियार नियंत्रण और अप्रसार के पूर्व वरिष्ठ निदेशक और तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडन के पूर्व विशेष सलाहकार रहे जॉन बी वोल्फस्टल ने कहा कि संयंत्र का रिएक्टर चर्नोबिल के रिएक्टर से अलग है और अगर उसे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है तो खतरा कम है। उन्होंने कहा,‘‘ सभी को संयम बरतने और तत्काल निष्कर्ष नहीं निकालने की जरूरत है।''
इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का कहना है कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विकिरण के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। आईएईए ने यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा नियामक के हवाले से ट्वीट कर शुक्रवार को यह जानकारी दी। आईएईए ने टि्वटर पर कहा कि उसके महानिदेशक मारियानो ग्रॉसी जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की मौजूदा स्थिति को लेकर यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्मीगल और यूक्रेनी परमाणु ऊर्जा नियामक और संचालक के लगातार संपर्क में बने हुए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखे जाने की शर्त पर कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र अभी तक क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है विकिरण का स्तर सामान्य है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ‘जपोरिजिया परमाणु संयंत्र' में आग लगने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बातचीत की और रूस से प्रभावित क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने तथा आपात बचाव दल को वहां जाने की अनुमति देने की मांग की है। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी।
इससे पहले एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि ‘जपोरिजिया परमाणु संयंत्र' के आस-पास के क्षेत्र में विकरण का स्तर बढ़ा हुआ पाया गया है। इस स्थान पर देश की करीब 25 प्रतिशत बिजली का उत्पादन होता है। अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर यह जानकारी दी, क्योंकि सूचना को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। रूसी सेना यूक्रेनी शहर एनेर्होदर पर नियंत्रण के लिए बृहस्पतिवार से लड़ाई लड़ रही है, जहां यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है और उन्होंने देश को समुद्र मार्ग से काटने के लिए भी काफी मशक्कत की है। देश के नेताओं ने नागरिकों से आक्रमणकारियों के खिलाफ छापामार युद्ध करने का आह्वान किया है।
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