नई दिल्ली। ‘विश्व वन्यजीव दिवस' पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण को प्रतिबद्ध है। यादव संयुक्त राष्ट्र की पांचवीं पर्यावरण सभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए नैरोबी में हैं।
उन्होंने कहा कि भारत उन समस्याओं के प्रति सचेत है, जो पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के सामने खतरा पेश कर रही हैं। इस साल का ‘विश्व वन्यजीव दिवस' पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण को सुनिश्चित करने (रिकवरिंग की स्पीशीज फॉर ईकोसिस्टम रिस्टोरेशन) के विषय पर केंद्रित है।
यादव ने ट्वीट किया, “आज विश्व वन्यजीव दिवस-2022 के मौके पर हम अपने ग्रह की अविश्वसनीय जैव विविधता का जश्न मनाते हैं। भारत उन समस्याओं के प्रति सचेत है, जो हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के सामने खतरा पेश कर रही हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2013 को अपने 68वें सत्र में तीन मार्च को ‘विश्व वन्यजीव दिवस' के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की थी। 1973 में इसी दिन जंगली जीवों एवं वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। ‘विश्व वन्यजीव दिवस' का मकसद वन्य जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण को लेकर दुनियाभर में जागरूकता फैलाना है।
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