तेंदुए ने पति पर किया हमला तो पत्नी ने पकड़ ली तेंदुए की पूंछ


पुणे। महाराष्ट्र के एक गांव की एक महिला ने गजब का हौसला दिखाते हुए अपने पति को खतरनाक तेंदुए के चंगुल से बचा लिया। इसके लिए वो सीधे तेंदुए से ही लड़ पड़ी और औरत के अप्रत्याशित हमले से सहमा तेंदुआ दुम दबाकर भाग गया।

वन अधिकारियों ने इस घटना के संबंध में बताया कहा कि 30 साल की संजना पावड़े ने पति पर हमला करने वाले तेंदुए की पूंछ पकड़ ली और इस तरह से खींचा क़ि उसके पकड़ में फंसा संजना का पति आजाद हो गया। वन अधिकारियों ने कहा कि महिला की वीरता के कारण ही उसका पति मौत के मुंह से बचकर वापस आ पाया।

जानकारी के मुताबिक यह घटना 25 और 26 मार्च की दरम्यानी रात अहमदनगर जिले की पारनेर तहसील के दरोदी गांव की है। वन रक्षक अठारे ने कहा, "जब परिवार के सदस्य गहरी नींद में थे, तब संजना को उनके घर के बाहर एक तेंदुए की मौजूदगी का अहसास हुआ। उसने अपने पति गोरख दशरथ पावड़े को जगाया कि वो बाहर जाकर चेक करे कि कहीं सच में तो तेंदुआ उसके घर पर हमला करने के लिए नहीं आ गया है।"

पत्नी संजना के कहने पर पति गोरख घर के बाहर निकला तभी अचानक घात लगाये तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। इस खौफनाक वाकये से घबराकर गोरख ने चिल्लाना शुरू कर दिया। पति की आवाज सुनकर संजना फौरन घर से बाहर निकली और बिना डरे हुए सीधे तेंदुए के सामने पहुंच गई।

अठारे ने बताया कि तेंदुआ गोरख की पीठ को अपने पंजों से पकड़ने की कोशिश कर रहा था तभी संजना ने उसकी पूंछ पकड़ी और वापस पीछे की ओर खींचने लगी। तेंदुआ लगातार गोरख को अपने पंजों से दबोचने की कोशिश कर रहा था लेकिन संजना के कारण वो अपने मकसद में पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रहा था। संजना लगातार अपने पति को तेंदुए के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश कर रही थी तभी गोरख के पिता और घर का पालतू कुत्ता भी शोर सुनकर वहां आ गये। 

अठारे ने कहा, "गोरख के पिता ने तेंदुए को लाठी और पत्थरों से मारना शुरू कर दिया और कुत्ते ने भी मालिक की जान बचाने के लिए तेंदुए पर हमला कर दिया। चारों ओर से हो रहे हमले के कारण तेंदुए की पकड़ ढीली हो गई और गोरख उसके खतरनाक पंजों से आजाद हो गया। लगातार हो रहे हमलों से बचने के लिए तेंदुए वापस जंगल की ओर भाग गया।" 

वन रक्षक अठारे ने कहा, "आमतौर पर तेंदुआ किसी व्यक्ति या पशु पर जब भी हमला करता है तो वह सबसे पहले उसके गले को दबाच लेता है और गोरख के केस में उसने ठीक वैसा ही किया लेकिन गोरख की पत्नी संजना के साहस और अचानक हमले के कारण तेंदुए को गोरख की गर्दन छोड़नी पड़ी।"

जानकारी के अनुसार तेंदुए के हमले में गोरख को सिर और हाथ में चोट लगी है। हमले के फौरन बाद परिवार के लोग गोरख को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने गोरख का इलाज करके छुट्टी दे दी।

घटना के संबंध में खुद संजना ने कहा, "बहुत ही मुश्किल भरा समय था मेरे लिए, जब मैंने तेंदुए को अपने पति पर हमला करते हुए देखा। मैंने अपनी पूरी ताकत और हिम्मत से उस पर हमला किया। कुछ समझ नहीं आया तो मैंने हमलावर तेंदुए की पूंछ पकड़ ली और उसे वापस खींचने लगी। इस वजह से डर गया और मेरे पति को आजाद कर दिया।"

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