केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी | |
वाशिंगटन। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत बड़े पैमाने पर परिवहन के लिए बिजली आधारित प्रौद्योगिकी की तलाश कर रहा है जो किफायती हो और जिसे भारत में ही शुरू किया जा सके। गडकरी ने कहा ‘मंत्रालय की योजना पहाड़ी और भीड़-भाड़ वाले शहरी इलाकों में परिवहन के वैकल्पिक साधन के रूप में रोपवे विकसित करने की भी है।'
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने अमेरिका में शुक्रवार को लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘रोपवे, केबल कार...और खासतौर पर मेरी बहुत स्पष्ट रुचि हल्के रेल परिवहन की प्रौद्योगिकी पर काम करने की है।'
उन्होंने कहा कि कुछ अमेरिकी कंपनियों ने उनसे संपर्क किया है, जिनके पास ऐसी प्रौद्योगिकी हैं। गडकरी ने यह बयान ‘रीइमैजनिंग इंडिया-2.0 शृंखला' के तहत आयोजित ‘भारत 2.0 के लिए अवसंरचना के पुनर्निर्माण सत्र' को संबोधित करते हुए दिया। यह संवाद शृंखला, सिलिकॉल वैली मंथली डायलॉग (एसवीडी) का हिस्सा है जिसकी शुरुआत ‘फांउडेशन फॉर इंडिया और इंडियन डायसपोरा स्टडीज' (एफआईआईडीएस) ने भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में चल रहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत की है।
गडकरी ने कहा, ‘हम ऐसी प्रौद्योगिकी की तलाश कर रहे हैं जो किफायती हो और जिसे हम भारत में ही बड़े पैमाने पर परिवहन प्रणाली को बिजली आधारित बनाने के लिए शुरू कर सकें।'
11 रोपवे परियोजनायें शुरू की योजना
गडकरी ने बताया कि सरकार की योजना उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और सिक्किम में संपर्क बढ़ाने के लिए 11 रोपवे परियोजनाओं को शुरू करने की है।
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