बनारस में ईवीएम 'चोरी' के आरोप में एडीएम रैंक के अधिकारी पर कार्रवाई, बरेली डीएम और सोनभद्र में एसडीएम नपे

सपा ने लगाया ईवीएम में हेराफेरी का आरोप, मतगणना की वेबकास्टिंग का ‘लिंक’ राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराने की मांग

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को कठघरे में खड़ा किया। सपा ने अपने ट्विटर हैंडल से एक अधिकारी का कथित वीडियो अपलोड किया, जिसमें वह यह कहते नजर आते हैं कि मंगलवार को ईवीएम ले जाने में जरूरी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। हालांकि वह ईवीएम से छेड़छाड़ करने की किसी भी संभावना को सिरे से खारिज करते हुए भी नजर आते हैं।  

जिला प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। प्रशासन ने बरेली के डीएम को हटा दिया है। विधानसभा चुनाव के आने वाले नतीजों से पहले आयोग ने ईवीएम से जुड़े 3 मामलों में कार्रवाई की है। बनारस में जहां ईवीएम 'चोरी' के आरोप में एडीएम रैंक के अधिकारी को हटाया गया है। वहीं, बरेली में वोटिंग काउंटिंग स्थल पर कूड़े गाड़ी में पोस्टल वैलेट मिलने पर जिला प्रशासन ने आरओ-एसडीएम बहेड़ी पारुल तरार को हटा दिया है। सोनभद्र मामले में एसडीएम को हटाया गया है। आयोग ने माना है कि ईवीएम को लेकर नियमों का पालन नही किया गया। 

सपा ने इसी ट्वीट में आगे कहा 'कई जिलों में ईवीएम में हेराफेरी की जानकारी प्राप्त हो रही है। यह किसके इशारे पर हो रहा है? क्या अधिकारियों पर मुख्यमंत्री कार्यालय से दबाव बनाया जा रहा है? चुनाव आयोग कृपया स्पष्ट करे।' 

गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को वाराणसी में ईवीएम ले जा रहे एक ट्रक को‘पकड़े’जाने का दावा करते हुए आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा ‘‘मतों की चोरी’’ की कोशिश कर रही है। 
बाद में किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा, 'वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने का समाचार उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है। मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरे के साथ तैयार रहें। युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बनें।' 

अखिलेश ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'आज से, अभी से हर युवा, हर मतदाता अगले तीन दिन तक मतों की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की किलेबंदी कर दे और ढोल-मंजीरा लेकर आजादी के अफ़साने गाए। किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगेंगे व दुनिया देखेगी कि लोकतंत्र को कैसे बचाया जाता है। राजनीतिक बाहुबल के आगे जनबल झुकेगा नहीं।' 

अखिलेश की इस हिदायत के बाद हस्तिनापुर में सपा प्रत्याशी का अपनी दोपहिया गाड़ी पर खड़े होकर दूरबीन से स्ट्रांग रूम की तरफ देखे जाने का एक वीडियो वायरल हुआ है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में हुए विधानसभा चुनाव का अंतिम दौर गत सात मार्च को हुआ था। मतों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी। 

वेबकास्टिंग का लिंक उपलब्ध कराए चुनाव आयोग 

समाजवादी पार्टी ने बुधवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मतगणना की वेबकास्टिंग का ‘लिंक’ राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराये जाने की मांग की है। पार्टी के बयान के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य चुनाव आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मतगणना की वेबकास्टिंग कराये जाने तथा उसका ‘लिंक’ राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराये जाने की मांग की है। उत्तर प्रदेश विधानसभा सामान्य निर्वाचन, 2022 में प्रदेश के समस्त जनपद की हर विधानसभा में मतदान के दिन 50 प्रतिशत से अधिक मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग कराई गई है।

वेबकास्टिंग का ‘लिंक’ भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन अधिकारी तथा जिला निर्वाचन अधिकारी को दिया गया था, आयोग के अधिकारीगण मतदान को ‘‘लाईव’’ देख रहे थे। वोटों की गिनती 10 मार्च को मतगणना होगी। सपा ने अपने पत्र में अनुरोध किया है कि प्रदेश के समस्त जनपद की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतगणना की वेबकास्टिंग कराई जाय और उसका लिंक राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराया जाए ताकि वे वोटों की गिनती को ‘‘लाईव’’ देख सकें और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न हो सके। 

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